सेंटरिंग मजदूरों की स्थिति चिंताजनक है। ये मजदूर श्रम कार्ड, स्वास्थ्य सुरक्षा और स्थायी आय के बिना जीवन यापन कर रहे हैं। सरकारी योजनाएं कागजों तक सीमित हैं और अधिकतर मजदूर बिचौलियों के शिकार हैं।...
जमुई जिले के सिमुलतला क्षेत्र में 11 केवी का हाईटेंशन तार कई गांवों के ऊपर से गुजर रहा है, जिससे ग्रामीणों की जान को खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोग बिजली विभाग से तार को हटाने या सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट...
झाझा के बाराजोर पंचायत में गिद्धको और नया आबादीगंज गिद्धको गांव के बच्चों का भविष्य अंधकार में है। शिक्षा विभाग की अनदेखी के कारण गांव में कोई प्राथमिक विद्यालय नहीं है, जिससे बच्चे दो से तीन किलोमीटर...
वैश्य समाज ने शिक्षा, नौकरी और सामाजिक स्वीकार्यता में सुधार के लिए 27% आरक्षण और आयोग के गठन की मांग की है। जमुई में तीन लाख से अधिक वैश्य समुदाय के लोग आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। छोटे...
उलाय नदी बरसात में उफान पर है, जिससे बलियो के ग्रामीणों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पुल की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई और मजदूरों की कमाई पर असर पड़ रहा है। कई वर्षों से पुल का निर्माण...
चकाई क्षेत्र का क्षेत्रफल मुंगेर और खगड़िया के बराबर है, लेकिन इसे अनुमंडल का दर्जा नहीं मिला है। स्थानीय लोग वर्षों से अनुमंडल बनाने की मांग कर रहे हैं। जमुई से चकाई की दूरी लगभग 70 किलोमीटर है,...
गिद्धौर प्रखंड के मौरा पंचायत के गैरमजरूआ महादलित गांव में नल जल योजना अबतक नहीं पहुंची है। यहां के निवासियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है और वे दूषित जल का उपयोग कर रहे हैं। ग्रामीणों ने...
पतौना गांव के किसानों ने सब्जी उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कोल्ड स्टोरेज और सब्जी मंडी की मांग की है। 175 एकड़ भूमि पर सब्जी की खेती होती है, लेकिन उचित भंडारण के अभाव में किसान लाभ नहीं उठा पा रहे...
जमुई के लक्ष्मीपुर प्रखंड के आनंदपुर पंचायत में पड़ने वाले दूबरीतरी गांव मशरूम उत्पादन की खेत से क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने की ओर अग्रसर है। जमुई के
सिकंदरा नगर पंचायत के विभिन्न क्षेत्रों में जलजमाव और जाम की समस्या आम जनजीवन को प्रभावित कर रही है। हर साल बारिश के मौसम में नगर पंचायत की लापरवाही के कारण सड़कों पर पानी भर जाता है, जिससे लोगों को...