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बोले जमुई: घनी आबादी के बीच से गुजरा हाईटेंशन तार बना खतरनाक

जमुई जिले के सिमुलतला क्षेत्र में 11 केवी का हाईटेंशन तार कई गांवों के ऊपर से गुजर रहा है, जिससे ग्रामीणों की जान को खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोग बिजली विभाग से तार को हटाने या सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरThu, 26 June 2025 04:38 AM
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बोले जमुई: घनी आबादी के बीच से गुजरा हाईटेंशन तार बना खतरनाक

प्रस्तुति : उपेन्द्र कुमार यादव

जमुई जिले के सिमुलतला क्षेत्र अंतर्गत कनौदी, खुरंडा और टेलवा पंचायत के कई गांवों और मोहल्लों से होकर 11 केवी (11 हजार वोल्ट) का हाईटेंशन तार गुजर रहा है। कुछ जगहों पर यह तार घरों की छत के ठीक ऊपर, दरवाजों के सामने, यहां तक कि मकान बनाने योग्य जमीन के ऊपर से गुजर रहा है। इससे ग्रामीणों की जान पर हर समय खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वे दिन-रात अनहोनी की आशंका से डरे-सहमे रहते हैं। पूर्व में कई बार तार गिरने और करंट लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। इसके बावजूद अब तक बिजली विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। तारों की चपेट में आकर पेड़ तक जल चुके हैं। हिन्दुस्तान के बोले जमुई संवाद के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि विभाग या तो हाईटेंशन तार को गांव के बगल से पोल के जरिए शिफ्ट करे, उसे इंसुलेटेड केवल में बदले या फिर भूमिगत (अंडरग्राउंड) कर दे।

जिले के सिमुलतला सब पावर ग्रिड से निकला 11 केवी (11 हजार वोल्ट) का हाईटेंशन तार कनौदी, खुरंडा, सिमुलतला, बस्तियाडीह, बथनावरण और घोटरी सहित कई गांवों से होकर गुजर रहा है। कहीं यह तार खेतों और बागीचों से होकर गुजरता है, तो कहीं गांवों के बीच से, जिससे बड़ी आबादी खतरे की चपेट में है। सबसे गंभीर स्थिति घोटरी (नेनुआसर) और बस्तियाडीह गांवों की है, जहां यह तार कुछ घरों की छतों के ठीक ऊपर और छत के बीचोंबीच से होकर गुजर रहा है। इससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। घरों में रहना और खासकर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना ग्रामीणों के लिए बड़ी चुनौती बन चुकी है।

घोटारी गांव के ग्रामीण अफरोज अंसारी ने बताया कि उनके घर की छत के बीचोंबीच से 11 केवी का तार गुजरता है, जो बेहद खतरनाक है। बारिश, आंधी या तूफान में स्थिति और भी भयावह हो जाती है। मेराज अंसारी ने बताया कि उन्होंने तार हटवाने के लिए बिजली विभाग को आवेदन भी दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं ग्रामीण विजय यादव ने बताया कि तार उनके घर के दरवाजे के ठीक ऊपर से गुजरता है। छह महीने पहले यह तार गिर गया था, लेकिन सौभाग्य से कोई जनहानि नहीं हुई। दो वर्षों में इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं। ग्रामीण सनाउल अंसारी ने कहा कि इसी तार के कारण उनका मकान अधूरा रह गया है, क्योंकि वे निर्माण कार्य पूरा कराने से डरते हैं। महिलाओं और बच्चों की दिन-रात निगरानी करनी पड़ती है। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग को चाहिए कि वह इस हाईटेंशन तार को गांव के बाहर सड़कों के किनारे अधिक ऊंचाई पर पोल लगाकर शिफ्ट करे, या इसे इंसुलेटेड केवल में बदले अथवा भूमिगत (अंडरग्राउंड) कर दे। ऐसा करने से लोगों को राहत मिल सकती है और दुर्घटनाओं से बचाव हो सकता है। स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि विभाग को बार-बार शिकायत देने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। कई लोग हाईटेंशन तार की चपेट में आकर घायल भी हो चुके हैं।

घरों की छत और आंगन के बीच से गुजरा है तार

घोटारी (नेनुआसर) और बस्तियाडीह के ग्रामीणों ने बताया कि 11 केवी बिजली का तार गांव के कई घरों की छतों के काफी नजदीक से गुजरा है। कई घरों की दीवार और आंगन के बीच से भी गुजरने वाले इस तार से हमेशा जान माल की क्षति की संभावना बनी रहती है। कई लोगों को इस हाईटेंशन तार से करंट लग चुका है। शॉर्ट सर्किट की समस्या के कारण भी परेशानी होती रहती है।

तार पोल पर अधिक ऊंचाई पर लगाया जाना चाहिए

घोटारी (नेनुआसर) और बस्तियाडीह निवासी मो. तौहिद अंसारी और शिबू ठाकुर ने बताया कि बिजली आपूर्ति के लिए हाईटेंशन तार होना आवश्यक है, लेकिन इसके लिए जरूरी इंतजाम किया जाना चाहिए। उनके घर के पास से 11 केवी का तार गुजरा है। हमेशा मन में डर बना रहता है कि कब कौन तार की चपेट में आ जाएगा। सरकार और बिजली विभाग को इस पर ध्यान देकर हाईटेंशन तार को हटवाना चाहिए। विभाग को मौखिक और लिखित सूचना कई बार दी जा चुकी है। कई वर्ष बाद भी इस जानलेवा तार को उचित स्थान पर व्यवस्थित नहीं किया गया है। गांव से गुजरने वाला हाईटेंशन तार सड़क किनारे लगे पोल पर अधिक ऊंचाई पर लगाया जाना चाहिए। ताकि स्थानीय लोगों को कोई खतरा नहीं हो।

इनकी भी सुनिए

बस्तियाडीह सहित आसपास की आबादी वाले इलाके से गुजर रहे 11 केवी तार को हटाकर स्थायी व्यवस्था करनी चाहिए।

-मुबारक अंसारी

हाईटेंशन तार के किसी मकान के बीच या छत के नजदीक से गुजरना सही नहीं है। बिजली विभाग को 11 केवी तार हटाना चाहिए।

- अफरोज अंसारी

कई लोग हाईटेंशन तार की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। इसकी सूचना विभाग को देनेे के बाद भी बिजली नहीं काटी जाती है।

-मेराज अंसारी

कई बार तार से चिंगारी उठने लगती है। 11 केवी तार घर के ऊपर से गुजरने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

-मो. आशिम

हाईटेंशन तार घर के आंगन से गुजरा है। बारिश होने पर आंगन में बिजली के झटके और झनझनाहट महसूस होने लगता है।

-मो. तौहिद अंसारी

बारिश के दिनों में 11 केवी तार के कारण परेशानी और बढ़ जाती है। लोग घर से बाहर निकलने पर डरे-सहमे रहते हैं।

- टिंकू यादव

घर के आंगन, छत के ऊपर और घरों की दीवार से सटे 11 केवी का तार गुजरने के कारण घर के सभी सदस्यों को अनहोनी सताते रहती है।

-गुलटन यादव

11 केवी का तार घर से गुजरने के बाद ऊपरी तल घर मकान नहीं बना पा रहे है। खाली जमीन पर भी मकान बनाने में दिक्कत हो रही है।

-प्रदीप कुमार

हाईटेंशन तार के बिल्कुल पास ट्रांसफार्मर लगा पोल झुककर टेढ़ा हो गया है। पोल कभी भी हाईटेंशन तार पर गिर सकता है।

-चानो यादव

हाईटेंशन तार की चपेट में आने से कई मवेशी और लोग घायल हो चुके हैं। विभाग झुके तार को जल्द से जल्द दुरूस्त कराए।

- विजय यादव

वर्षों से इस इलाके के लोग बिजली के तार के दहशत में जीने को विवश हैं। हाईटेंशन तार उनके घर के बगल से गुजरा है।

-मनोज यादव

कई मवेशी, मजदूर और अन्य लोग घायल हो चुके हैं। लेकिन बिजली विभाग इस जानलेवा हाईटेंशन तार को हटाने को तैयार नहीं है।

-प्रकाश रजक

गांव के बहियार में कई स्थानों पर हाईटेंशन के झुके रहने के कारण लोगों को खेती-बाड़ी करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

- शिबू ठाकुर

गांव के बहियार में बिजली तार के झुके होने के कारण कई बार मवेशी उसकी चपेट में आ जाता है। जिस कारण उसकी मौत हो जाती है।

-नागेश्वर यादव

बिजली तार की चपेट में आने से कई बार कई लोगों की जान भी जा चुकी है। विभाग को चाहिए कि वैसे स्थानों दुरूस्त किया जाएं ताकि लोगों को परेशानी न हो।

-बालो ठाकुर

घर के छतों से गुजरे हाईटेंशन को हटाया जाना चाहिए या फिर भूमिगत करना चाहिए ताकि लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।

- विकास कुमार

बोले जिम्मेदार

बिजली तारों के शिफ्टिंग पर तभी होता है विचार, जब हो तकनीकी रूप से संभव और आवेदक खर्च उठाने को तैयार हो। जिस रूट से बिजली का तार गुजरा है, उसके नीचे भवन निर्माण करना नियमों के विरुद्ध है। बिजली व्यवस्था एक जनहित से जुड़ा विषय है।

-संजीव कुमार, कार्यपालक अभियंता

शिकायत

1. हाईटेंशन तार की चपेट में आने पर भी बिजली विभाग को फोन करने के बावजूद तुरंत बिजली नहीं काटी जाती है।

2. घोटारी (नेनुआसर) और बस्तियाडीह में 11 केवी तार घरों के बिल्कुल पास और छतों से होकर गुजरा है। लोग अपना घर भी नहीं बना पा रहे हैं।

3. जिस बगीचा में पेड़ के करीब से हाईटेंशन तार गुजरा है, वहां बारिश के दिनों में बगीचा और पानी में करंट का झटका महसूस होता है।

4. जिस क्षेत्र से हाईटेंशन तार गुजरा है। उस इलाके के घरों की छत पर लोग चढ़ने से डरते हैं।

5. बिजली विभाग हाईटेंशन तार को घर नहीं हटा रहा है। जबकि कई बार शिकायत की गई है ।

सुझाव

1. घोटारी (नेनुआसर) और बस्तियाडीह आदि गांव में घनी आबादी के बीच से हाईटेंशन तार गुजरा है। उसे हटाकर व्यवस्थित करना चाहिए।

2. सड़क किनारे पोल लगाकर हाईटेंशन तार को व्यवस्थित किया जाना चाहिए।

3. गांव में कई लोगों की जमीन पर हाईटेंशन तार गुजरने के कारण मकान का निर्माण नहीं हो पा रहा है। 11 केवी तार हटाना चाहिए।

4. हाईटेंशन तार से करंट लगने से संबंधित सूचना मिलने पर विभाग को त्वरित कार्रवाई कर बिजली सप्लाई काट देनी चाहिए।

5. बिजली विभाग तार को घर की छतों से हटाकर सड़क किनारे पोल पर शिफ्ट करे, ताकि गांव के लोग भयमुक्त रह सकें।

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