अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब उत्तर कोरिया से रिश्ते बेहतर की बात कर रहे हैं। ओवल ऑफिस में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने यह बात कही। ट्रंप ने कहाकि वह उत्तर कोरिया के साथ संघर्ष का समाधान करेंगे।
राष्ट्रपति ट्रंप ने हाल ही में भारत पर अतिरिक्त 26 प्रतिशत आयात शुल्क लगाया था, लेकिन भारत सरकार के रुख को देखते हुए उसे 9 जुलाई तक स्थगित कर दिया था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू हो गई।
ईरान के ऊपर बम गिराने वाले अमेरिकी पायलट का बयान आया है। इस पायलट ने ईरानी परमाणु ठिकाने फोर्दो पर बम किया था। उसने कहा है कि उसने ऐसा धमाका कभी नहीं देखा था।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते अप्रैल में भारत और चीन समेत दुनिया की कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं पर पारस्परिक शुल्क लगाने का ऐलान किया था। हालांकि बाद में ट्रंप ने इन देशों को 90 दिनों की मोहलत दी थी। यह अवधि 8 जुलाई को खत्म हो रही है।
खामेनेई ने कहा कि ऐसा क्षण कभी नहीं आएगा, जब ईरान सरेंडर कर दे। अयातुल्ला खामेनेई ने कहा कि ईरान के दुश्मन मिसाइलों और हमारे न्यूक्लियर प्रोग्राम का बहाना बनाकर हमले कर रहे थे, लेकिन सच यह है कि उनकी चाहत हमारे सरेंडर की थी। ट्रंप ने सच्चाई यह कहते हुए बयां भी कर दी थी कि वे हमारा सरेंडजर चाहते हैं।
अमेरिका के डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने पिछले महीने दुनिया भर में अपने सभी वाणिज्य दूतावासों को नए छात्र वीजा साक्षात्कार और एक्सचेंज विजिटर वीज़ा के लिए आवेदन रोकने का आदेश दिया था। अब उसे नए सिरे से शुरू किया गया है।
मिडल ईस्ट के कई इस्लामिक देश इस अकॉर्ड का हिस्सा बन सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो ईरान, तुर्की जैसे देश अलग-थलग पड़ते दिखेंगे, जो इस्लाम के नाम पर एकता की वकालत करते रहे हैं। इसके अलावा पाकिस्तान को भी करारा झटका लगेगा, जो अकसर किसी भी मामले में इस्लामिक उम्मा की बात करता है।
अमेरिका की ओर से ईरान के तीन परमाणु केंद्रों और सैन्य ठिकानों पर अभूतपूर्व बमबारी की गई। इसके बाद ईरान ने पलटवार करके कतर के अल-उदेद एयर बेस पर अमेरिकी सेनाओं पर मिसाइल हमला किया। इससे पहले कतर ने अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था।
डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि ईरान और इजरायल के बीच युद्ध विराम अब प्रभावी हो गया है। उन्होंने दोनों पक्षों से इसका उल्लंघन न करने का आग्रह किया। ट्रंप ने कहा, 'अब कोई युद्ध नहीं, कोई लड़ाई नहीं। ईरानियों को काफी कमजोर कर दिया गया है।'
विस्फोट उस समय हुए जब कुछ घंटे पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल से ईरान पर बमबारी न करने की अपील की थी। यह अपील मंगलवार को ही घोषित युद्धविराम के बाद की गई थी।