रालोजपा के अध्यक्ष पशुपति पारस की पत्नी और भाई की पत्नी को पटना हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने आपराधिक मामले की कार्रवाई पर रोक लगाते हुए प्राथमिकी के सूचक को नोटिस जारी किया है। दरअसल पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की तलाकशुदा पत्नी ने अलौली थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।
बिहार की राजनीति में परिवारवाद सिर्फ लालू यादव, चिराग पासवान या जीतन राम मांझी तक सीमित नहीं है। राज्य के कोने-कोने में पहले खुद, फिर बीवी या बच्चे और रिश्तेदारों को सांसद-विधायक बनाने वाले नेता फैले हुए हैं।
एनडीए से निकलने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने शनिवार को खुलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में बयान दिया। उन्होंने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी रालोजपा के गठबंधन में जाने पर भी बात की।
बक्सर से राजद सांसद सुधाकर सिंह ने अनुष्का यादव से रिलेशनशिप को लेकर विवाद में चल रहे तेज प्रताप यादव का साथ दिया है। उन्होंने रामविलास पासवान की दो शादी का हवाला देकर लालू यादव से पुनर्विचार करने कहा है।
रालोजपा ने वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम को देखते हुए उनके निष्कासन की जानकारी दी है। मालूम हो कि आकाश यादव ने पिछले दिनों राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव उनके पुत्र तेजस्वी यादव पर टिप्पणी की थी। उन्होंने तेज प्रताप यादव के पार्टी व परिवार से निष्कासन का भी विरोध किया था।
पशुपति पारस की रालोजपा को महागठबंधन में शामिल कराने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि आगे की बैठकों में देखते हैं, क्या होता है। जो भी होगा बता देंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और तेजस्वी यादव की मुलाकात पर बिहार भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस और आरजेडी का बेमेल गठबंधन है। ये लोग एक दूसरे के कद को घटाने का एजेंडा चलाते रहते हैं।
एनडीए छोड़ने के बाद पशुपति पारस की रालोजपा महागठबंधन में जा सकती है। चर्चा है कि बिहार चुनाव के मद्देनजर पटना में 17 अप्रैल को होने वाली महागठबंधन की बैठक में पारस भी शामिल हो सकते हैं।
बिहार चुनाव से पहले रालोजपा के अध्यक्ष पशुपति पारस ने आज बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि आज से एनडीए से आरएलजेपी का कोई नाता नहीं है। विधानसभा चुनाव में जहां हमें सम्मान मिलेगा, उस गठबंधन में हम लोग जाएंगे।
पासवान परिवार में संपत्ति का विवाद गहराता जा रहा है। चाचा पशुपति पारस ने अब अपने भतीजे चिराग पासवान से खगड़िया (बिहार) से दिल्ली तक प्रॉपर्टी का बंटवारा करने की मांग कर दी है।