ईरान और इजराइल सीजफायर के लिए राजी हो गए हैं। यह सुनते ही जापान से लेकर वॉल स्ट्रीट तक के शेयरों के भाव चढ़ने लगे और डॉलर कमजोर हुआ। तेल के दाम तेजी से गिरे। ट्रंप ने अपने 'ट्रूथ सोशल' प्लेटफॉर्म पर लिखा।
ईरान की संसद ने अमेरिकी हमलों के जवाब में स्ट्रेट ऑफ होर्मुज को बंद करने की मंजूरी दे दी है। दुनिया के कच्चे तेल की सप्लाई का लगभग पांचवां हिस्सा इसी समुद्री मार्ग से होकर गुजरता है। इस बीच, वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हुई।
सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मई में भारत का कच्चे तेल का आयात रिकॉर्ड 23.32 मिलियन मीट्रिक टन तक पहुंच गया। यह महीने-दर-महीने 9.8% अधिक है।
Crude Oil: सोमवार को तेल का भाव जनवरी के बाद उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स का दाम 1.91 डॉलर या फिर 2.49 प्रतिशत की उछाल के बाद 78.93 डॉलर पर पहुंच गया। वहीं, यूएस वेस्ट टेक्सस इंटरमीडियट क्रूड का रेट 1.89 डॉलर या 2.56 प्रतिशत की बढ़ोतरी के बाद रेट 75.73 डॉलर पर पहुंच गया।
ईरान-इजरायल की यह लड़ाई सिर्फ वहीं तक सीमित नहीं रहेगी। इसकी आंच से मालभाड़ा महंगा होगा, तेल-गैस के दाम बढ़ेंगे और आयात-निर्यात पर भारी खर्च आएगा। ये सारा खर्चा आखिरकार हम सबके घर के बजट पर भारी पड़ेगा और महंगाई को हवा देगा। जंग जितनी लंबी चलेगी, ये मुसीबतें उतनी ही बढ़ती जाएंगी।
ईरान के तीन मुख्य परमाणु केंद्रों पर अमेरिकी हमलों ने एक बार फिर इस बात को लेकर चिंता बढ़ा दी है कि तेहरान होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद कर सकता है। भारत के कुल तेल आयात का बड़ा हिस्सा इसी जलडमरूमध्य से होकर आता है।
गोल्डमैन सैक्स जैसी कंपनी भी मानती है कि ब्रेंट क्रूड 90 डॉलर से ऊपर जा सकता है। सबसे ज्यादा असर एशिया पर पड़ेगा। चीन, भारत, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों को तेल का 70% आयात इसी रास्ते से होता है।
13 जून को इजरायल की ईरान पर पहली स्ट्राइक के साथ शुरू हुई जंग अब कच्चे तेल की कीमतों को वैश्विक स्तर पर हिला दिया है। क्रूड ऑयल में 13% तक की छलांग यह संकेत है कि आने वाले दिन भारत और अन्य आयातक देशों के लिए और मुश्किल हो सकते हैं।
भारत अपनी शानदार आर्थिक वृद्धि के चलते वर्ष 2030 तक वैश्विक तेल मांग वृद्धि की अगुवाई करेगा और 10 लाख बैरल तेल प्रतिदिन की मांग बढ़ेगी।
HPCL, BPCL, IOC जैसी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां के शेयरों में तेजी है। दूसरी तरफ ओएनजीसी और ऑयल इंडिया के शेयर आज टूट रहे हैं।