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हमारा जो मन होगा वही करेंगे, टैरिफ पर ट्रंप की खुली धमकी; भारत पर क्या बोले?

भारत-US के बीच व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए 9 जुलाई की समय सीमा नजदीक आ रही है। दोनों देश 90 दिन के टैरिफ स्थगन अवधि समाप्त होने से पहले समझौते पर पहुंचने के लिए गहन बातचीत कर रहे हैं।

Amit Kumar लाइव हिन्दुस्तान, वाशिंगटनSat, 28 June 2025 05:35 AM
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हमारा जो मन होगा वही करेंगे, टैरिफ पर ट्रंप की खुली धमकी; भारत पर क्या बोले?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि आयात पर फिर से लगाए जाने वाले व्यापक टैरिफ की समयसीमा को आगे-पीछे किया जा सकता है। फिलहाल यह समयसीमा 9 जुलाई तक निर्धारित है। यानी जिन देशों पर अमेरिका ने टैरिफ लगाया है उनको 9 जुलाई तक राहत जारी रहेगी लेकिन उसके बाद या तो टैरिफ को फिर से लागू किया जा सकता या तारीख आगे बढ़ाई जा सकती है। ट्रंप का कहना है कि जो उनका मन होगा वही करेंगे। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा कि यह तारीख अंतिम नहीं है और यह इस बात पर निर्भर करेगा कि व्यापार वार्ताएं कितनी तेजी से आगे बढ़ती हैं।

ट्रंप ने कहा, “हमारे पास पूरा लचीलापन है। हम समयसीमा को छोटा कर सकते हैं या बढ़ा सकते हैं। व्यक्तिगत तौर पर मैं तेजी से आगे बढ़ना पसंद करूंगा। मुझे तो सबसे कह देने में मजा आएगा: बधाई हो, अब आप 25 प्रतिशत टैरिफ चुका रहे हैं।” इस बीच अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने फॉक्स बिजनेस नेटवर्क को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि व्यापार समझौते लेबर डे (सितंबर की पहली सोमवार) तक भी पूरे हो सकते हैं, अगर सकारात्मक प्रगति जारी रही।

बेसेंट ने कहा, “हमारे पास 18 प्रमुख व्यापारिक साझेदार हैं। अगर हम इनमें से 10 या 12 के साथ समझौते कर लें, और हम पहले से ही 20 और अर्थव्यवस्थाओं के साथ संपर्क में हैं, तो हम लेबर डे तक व्यापार वार्ताएं पूरी कर सकते हैं।” ट्रंप प्रशासन ने गुरुवार को यूरोपीय संघ को एक नया व्यापार प्रस्ताव भेजा है, जबकि भारत ने भी व्यापार वार्ताओं को आगे बढ़ाने के लिए एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल वॉशिंगटन भेजा है।

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लीविट ने भी पत्रकारों से कहा कि 8-9 जुलाई की टैरिफ समयसीमा "निर्णायक नहीं" है और राष्ट्रपति के पास तारीखों में बदलाव का पूर्ण अधिकार है। उन्होंने कहा, “अगर देश बातचीत की मेज पर नहीं आते, तो राष्ट्रपति के पास विकल्प है कि वे सीधे एक प्रस्ताव पेश कर दें।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ये प्रस्ताव अमेरिका के हित और श्रमिकों को ध्यान में रखते हुए जवाबी टैरिफ के रूप में भी हो सकते हैं।

गौरतलब है कि अप्रैल में राष्ट्रपति ट्रंप ने लगभग सभी विदेशी आयातों पर जवाबी टैरिफ प्रणाली की घोषणा की थी। हालांकि, 10 प्रतिशत से अधिक टैरिफ पर 90 दिनों की छूट दी गई थी, जो 8 जुलाई को समाप्त हो रही है। मई के अंत में ट्रंप ने अपने रुख को और सख्त करते हुए यूरोपीय संघ से आने वाले सामानों पर 50 प्रतिशत तक के टैरिफ की धमकी दी थी, जो पहले से ही टैरिफ के पहले दौर का सामना कर रहे हैं।

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कनाडा से व्यापार वार्ता निलंबित कर रहे हैं: ट्रंप

ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि वह प्रौद्योगिकी कंपनियों पर टैक्स जारी रखने की कनाडा की योजना के कारण उसके साथ व्यापार वार्ता को तत्काल निलंबित कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कनाडा का यह कदम ‘‘हमारे देश पर प्रत्यक्ष और स्पष्ट हमला’’ है। ट्रंप ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया नेटवर्क पर एक पोस्ट में कहा कि कनाडा ने अमेरिका को सूचित किया है कि वह सोमवार से लागू होने वाले कर लगाने की अपनी योजना पर कायम है।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ इस भयावह कर के आधार पर, हम कनाडा के साथ व्यापार पर सभी चर्चाओं को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर रहे हैं। हम कनाडा को अगले सात दिनों के भीतर बता देंगे कि वे अमेरिका के साथ व्यापार करने के लिए कितना शुल्क चुकाएंगे।’’ कनाडा के डिजिटल सेवा कर के तहत कनाडा में ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं के साथ जुड़ने वाले कनाडाई और विदेशी कंपनियों को कर का भुगतान करना आवश्यक है।

डिजिटल सेवा कर से अमेजन, गूगल, मेटा, उबर और एयरबीएनबी जैसी कंपनियों पर असर पड़ेगा, क्योंकि इन कंपनियों को कनाडाई उपयोगकर्ताओं से होने वाले राजस्व पर तीन प्रतिशत का कर देना होगा। यह कर पूर्वव्यापी प्रभाव से लागू होगा, जिससे अमेरिकी कंपनियों को महीने के अंत तक दो अरब अमेरिकी डॉलर का कर देना होगा।

भारत के साथ हो सकता है ‘बहुत बड़ा’ व्यापार समझौता: ट्रम्प

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ व्यापार समझौते को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हम भारत के साथ एक समझौते पर पहुंचने वाले हैं। अभी व्यापार में कई बाधाएं हैं, लेकिन भारत ने टैरिफ पूरी तरह हटाने पर सहमति जताई है।" उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत के साथ "पूर्ण व्यापार अवरोध हटाने" की दिशा में काम कर रहा है, हालांकि उन्होंने इसे "अकल्पनीय" बताते हुए कहा कि यह आसान नहीं होगा। ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, "मुझे लगता है कि हम भारत के साथ एक ऐसा समझौता करेंगे, जिसके तहत हमें व्यापार करने का अधिकार मिलेगा। अभी वहां व्यापार काफी प्रतिबंधित है। हम पूर्ण व्यापार अवरोध हटाने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि अकल्पनीय है और मुझे नहीं लगता कि यह आसानी से होगा। लेकिन इस समय हम भारत के साथ व्यापार पर सहमत हैं।"

उन्होंने यह भी बताया कि अमेरिका ने हाल ही में चीन के साथ एक व्यापार समझौता किया है और अब भारत के साथ भी एक "बड़ा समझौता" होने की संभावना है। ट्रंप ने कहा, "हर कोई एक समझौता करना चाहता है। कुछ महीने पहले प्रेस कह रहा था कि क्या कोई रुचि रखता है? हमने कल ही चीन के साथ समझौता किया। हमारे पास कुछ शानदार डील्स हैं। भारत के साथ भी एक बड़ा समझौता होने वाला है, जिसके तहत हम भारत को खोलेंगे, जैसे हमने चीन के साथ शुरू किया है।"

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