भारत-US के बीच व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए 9 जुलाई की समय सीमा नजदीक आ रही है। दोनों देश 90 दिन के टैरिफ स्थगन अवधि समाप्त होने से पहले समझौते पर पहुंचने के लिए गहन बातचीत कर रहे हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते अप्रैल में भारत और चीन समेत दुनिया की कई बड़ी अर्थव्यवस्थाओं पर पारस्परिक शुल्क लगाने का ऐलान किया था। हालांकि बाद में ट्रंप ने इन देशों को 90 दिनों की मोहलत दी थी। यह अवधि 8 जुलाई को खत्म हो रही है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को इस आरोप को खारिज कर दिया कि भारत टैरिफ किंग (अत्यधिक शुल्क लगाने वाला देश) है। उन्होंने कहा कि उनके ताजा बजट में शुल्क दरों की संख्या घटाकर आठ कर दी गई है और प्रभावी दर बहुत कम है।
Trump Tariffs: भारत के फार्मा शेयरों में मंगलवार, 17 जून को 4% तक की गिरावट आई। शेयरों में इस गिरावट के पीछे ट्रंप टैरिफ की खबर है।
अमेरिकी अदालत ने डोनाल्ड ट्रंप के बड़े पैमाने पर लगाए गए टैरिफ को जारी रखने की इजाजत दे दी है। इस कदम को अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए एक बड़ी जीत माना जा सकता है।
ट्रंप और मस्क के बीच की तनातनी सिर्फ एक विधेयक तक सीमित नहीं है। यह चीन के रेयर अर्थ मैटेरियल्स पर नियंत्रण, ट्रंप के ट्रेड वॉर, और मस्क के बिजनेस हितों के टकराव की कहानी है।
फरवरी में वाइट हाउस में ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच टकराव हो गया था, जिसकी वजह से खनिज सौदा अटक गया था। मई में भी दक्षिण अफ़्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के साथ भी ट्रंप ने इसी तरह का व्यवहार किया था।
ंें बुधवार से अमेरिका में स्टील और एल्युमीनियम पर टैरिफ दोगुना होकर 50% हो गया है। ट्रंप के इस फैसले से भारत के निर्यात क्षेत्र सहित ग्लोबल कारोबार पर दूरगामी परिणाम हो सकते हैं।
ट्रंप के दबाव के बावजूद भारत रूस के प्रस्ताव यानी RIC को दोबारा खड़ा करने को तैयार है, जो उसकी स्वतंत्र विदेश नीति को दर्शाता है। लेकिन चीन के साथ विश्वास की कमी एक चुनौती बनी हुई है।
फ्यूजेरियम ग्रैमिनीरम एक बायोलॉजिकल पैथोजेन यानी फंगस है, जो एक तरह के सूक्ष्मजीव होते हैं जो इंसानों, पशुओं और पौधों सहित अन्य जीवों में रोग पैदा कर सकते हैं या उन्हें हानि पहुंचा सकते हैं। इससे पूरी फसल चौपट हो सकती है।