Hindi Newsबिहार न्यूज़SSB constable cyber fraud arrested with hawala dealer 10 lakh cash recovered raxaul bihar

एसएसबी का हवलदार निकला साइबर फ्रॉड, हवाला कारोबारी के साथ गिरफ्तार; 10 लाख नगद बरामद

साइबर ठगी में कारोबारी सुरेंद्र प्रसाद को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उसके प्रतिष्ठान पंकज इंटरप्राइजेज के खाते में एसएसबी जवान पंकज का मोबाइल नंबर जुड़ा था। एक सप्ताह के भीतर इस खाते में करीब 19 लाख रुपए आये और करीब 17 लाख रुपये की निकासी की गई।

Sudhir Kumar हिन्दुस्तान, मोतिहारी, नि.सं.Sat, 28 June 2025 11:04 AM
share Share
Follow Us on
एसएसबी का हवलदार निकला साइबर फ्रॉड, हवाला कारोबारी के साथ गिरफ्तार; 10 लाख नगद बरामद

अंतरराज्यीय साइबर ठगी गिरोह से जुड़े एसएसबी 47वीं बटालियन में तैनात हवलदार पंकज पांडेय और हवाला कारोबारी मो. जावेद को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एसएसबी जवान बंजरिया थाना क्षेत्र के अंबिका नगर का रहनेवाला है, जबकि हवाला कारोबारी जावेद नगर थाना क्षेत्र के मिस्कॉट रमना मोहल्ले का निवासी है। साइबर डीएसपी अभिनव परासर ने बताया कि हवलदार पंकज पांडेय रक्सौल में तैनात है, जहां से उसे गिरफ्तार किया गया। उसके पुत्र यश पांडेय पर भी एसपी ने 20 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की थी। आरोपी जावेद क्रिप्टो करेंसी के जरिये काले धन को सफेद करता है। उन्होंने बताया कि विभिन्न जगहों पर छापेमारी के दौरान करीब 10 लाख रुपये बरामद किए गए हैं।

साइबर डीएसपी ने बताया कि दो दिन पूर्व साइबर ठगी में कारोबारी सुरेंद्र प्रसाद को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। उसके प्रतिष्ठान पंकज इंटरप्राइजेज के खाते में एसएसबी जवान पंकज का मोबाइल नंबर जुड़ा था। एक सप्ताह के भीतर इस खाते में करीब 19 लाख रुपए आये और करीब 17 लाख रुपये की निकासी की गई। खाते में 1.80 लाख रुपये को पुलिस ने होल्ड करा दिया। पंकज के घर से पुलिस ने एक राइफल, एक पिस्टल, तीन मैगजीन, पिस्टल की 16 गोलियां, राइफल की पांच गोलियां, पासबुक, एटीएम कार्ड आदि बरामद किये हैं।

ये भी पढ़ें:साइबर क्राइम कंट्रोल की ब्रांड एंबेसेडर बनेंगीं बेटियां; यूनिसेफ की पहल

साइबर ठगों के पास से 10. 30 लाख बरामद

साइबर डीएसपी अभिनव परासर ने बताया कि गिरोह के किंगपीन सत्यम सौरभ के इशारे पर मीना बाजार का दयाशंकर काले धन को सफेद करने का काम करता था। दयाशंकर के इशारे पर ही नगर थाना क्षेत्र के मिस्कॉट रमना मोहल्ला निवासी मो. जावेद यूएसडीटी सहित अन्य स्त्रोतों से हवाला कारोबार कर काले धन को सफेद करने का काम करता था। जब दयाशंकर के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही थी। इस दौरान मो. जावेद ने यूएसडीटी को सेल किया। उसके पास से कई समान मिला है।

ये भी पढ़ें:पेड़ के नीचे बैठ चूना लगा रहे थे, ऑपरेशन फायरवॉल में 9 साइबर अपराधी गिरफ्तार

10 लाख नकदी, एक नोट गिनने की मशीन बरामद

साइबर डीएसपी अभिनव परासर ने बताया कि साइबर फ्रॉडों के ठिकानों से 10 लाख 30 हजार 350 रुपए नकदी बरामद किया गया है। इसके अलावा एक नोट गिनने की मशीन, एक लैपटॉप, दो डीवीआर मशीन, 14 चेक बुक, 11 बैंक चेक, 6 पासबुक, 10 एटीएम कार्ड, दो गाडियों का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, दो पीस छोटा पॉकेट डायरी, एक ड्राइविंग लाइसेंस, एक पैन कार्ड, एक राइफल, एक पिस्टल, 16 पीस पिस्टल का कारतूस, 5 पीस राइफल का कारतूस, 2 पिस्टल का मैगजीन, 1 राइफल का मैगजीन, 3 मोबाइल तथा 3 सीपीयू बरामद किया गया है।

ये भी पढ़ें:पटना में पूर्वी राज्यों के ऊर्जा मंत्रियों का सम्मेलन कल, कई मुद्दों पर चर्चा

मो. जावेद, दयाशंकर के इशारे पर करता था काले धन को सफेद

दयाशंकर जिले में आनेवाले काले धन को सफेद करने का काम करता था। साइबर फ्रॉडों पर कार्रवाई के बाद से वह फरार चल रहा है। हालांकि इस दौरान दयाशंकर लगातार मो. जावेद के संपर्क में था। उसके इशारे पर वह काले धन को सफेद करने के लिए यूएसडीटी, क्रिप्टो करेंसी सहित अन्य माध्यम से काम करता था। हवाला के कारोबार से रुपए को एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने का काम भी हो रहा था। साइबर डीएसपी अभिनव परासर ने बताया कि दयाशंकर, धोड़ासहन के फरार साइबर फ्रॉड पुरुषोतम चौधरी का संबंधी है। दयाशंकर व मो. जावेद की मीना बाजार में दुकान है।

दयाशंकर, मो. जावेद, अभिनेश तथा पकंज पाण्डेय के ठिकानों पर हुई छापेमारी:अलग-अलग जगहों पर एक साथ साइबर टीम ने छापेमारी की। इस दौरान दयाशंकर, मो. जावेद, अभिनेश तथा पकंज पाण्डेय के ठिकानों पर हुई छापेमारी की गई । दयाशंकर के कई ठिकानों के संबंध में पुलिस को जानकारी मिली। दयाशंकर का सुगौली के छपरा बहास, घोड़सहन आदि जगहों पर ठिकानें मिले हैं। वहीं अभिनेश के ठिकानों से बरामद सीपीयू में छुपे राज को पुलिस खंगाल रही है।

ये भी पढ़ें:बिहार पुलिस को आज मिलेंगे 21391 नए सिपाही, नीतीश बांटेंगे नियुक्ति पत्र

पॉकेट डायरी में मिले कई अहम सुराग

डीएसपी अभिनव परासर ने बताया कि छापेमारी के दौरान दो पॉकेट डायरी बरामद की गई है। इसमें साइबर फ्रॉडों का हिसाब लिखा हुआ है। रुपए आने के बाद उसे कहां लगाया गया है, यह भी अंकित है। सूत्रों की मानें तो इसमें करोड़ो रुपए के लेनदेन की जानकारी पुलिस को मिली है। इसके साथ ही कई नए नाम भी पुलिस के सामने आए हैं, जिन्हें चिंहित करने में पुलिस जुटी हुई है। साइबर फ्रॉड गिरोह जिले में बॉस कोडनेम से संचालित हो रहा था।

अबतक 6 साइबर ठग जा चुके हैं जेल

अंतरराज्यीय साइबर फ्रॉड मामले से जुड़े 6 बदमाशों को पुलिस ने अबतक गिरफ्तार कर जेल भेजा है। इसमें चांदमारी मोहल्ला निवासी सुमित सौरभ, राजा बाजार के दिपांशु पाण्डेय, रघुनाथपुर मोहल्ला निवासी संजीव कुमार, सुनिल कुमार श्रीवास्तव, पश्चिम चंपारण जिला के मझौलिया थाना क्षेात्र के घोडा समेरा गांव निवासी पप्पु कुमार तथा बंजरिया थाना क्षेत्र के अंबिका नगर का सुरेंद्र प्रसाद है।

ये भी पढ़ें:शराब तस्करी को बिहार और यूपी सरकार मिलकर रोकेगी,सीमावर्ती जिलों के लिए खास प्लान
ये भी पढ़ें:बिहार में दुरंतो एक्सप्रेस में भीषण चोरी; ट्रेन को वैक्यूम कर भागे बदमाश

पंकज ने दूसरे के खाते से जोड़वाये मोबाइल नंबर

पुलिस के अनुसार, साइबर ठग गिरोह के खिलाफ छापेमारी के दौरान आरोपित एसएसबी जवान पंकज ने फोन कर कारोबारी सुरेंद्र को खाते में अपना मोबाइल नंबर जोड़वाने के लिए कहा था। इसके बाद सुरेंद्र ने अपने करंट अकाउंट में पंकज का मोबाइल नंबर जोड़वाया था।

अगला लेखऐप पर पढ़ें