पेड़ के नीचे बैठ लोगों को चूना लगा रहे थे, ऑपरेशन फायरवॉल में 9 साइबर अपराधी गिरफ्तार
नवादा पुलिस ने वारिसलीगंज के चकवाय गांव में पेड़ के नीचे बैठकर फोन से ऑनलाइन फ्रॉड कर रहे 9 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी लोन देने के नाम पर भोले-भाले लोगों को झांसे में ले रहे थे।

बिहार की नवादा पुलिस ने ऑपरेशन फायरवॉल के तहत बड़ी कार्रवाई की है। वारिसलीगंज थाना क्षेत्र की चकवाय पंचायत के दक्षिण बाघी मैदान में पुलिस ने छापेमारी कर 9 साइबर अराधियों को रंगेहाथों दबोच लिया। ये सभी पेड़ के नीचे बैठकर भोले-भाले लोगों के साथ साइबर ठगी कर रहे थे। वे फोन कर लोगों को लोन देने का झांसा देकर पैसे ऐंठने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस का छापा पड़ते ही सभी इधर-उधर भागने लगे। पुलिस ने 9 अपराधियों को पकड़ लिया और बाकी भाग निकले।
पकड़े गए अपराधियों से 11 एंड्रॉयड मोबाइल, एक कीपैड मोबाइल, डेटा शीट एवं डायरी बरामद हुई है। साइबर ठग फाइनेंस समेत विभिन्न कंपनियों के नाम पर भोले-भाले लोगों से ठगी कर रहे थे। गिरफ्तार जालसाजों में सुधांशु पटेल, चकवाय ग्रामीण निवासी विक्की कुमार, राजेश कुमार, सुधीर ठाकुर, गौतम पासवान, अरविंद पंडित, मंटू कुमार, सूरज मंडित शामिल हैं। सभी चकवाय गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने झारखंड के बेरमो थाना (बोकारो), वर्तमान पता चकवाय निवासी जगदीश शर्मा के पुत्र संतोष कुमार शर्मा को भी गिरफ्तार किया है। सभी को पुलिस अभिरक्षा में बुधवार को व्यवहार न्यायालय नवादा भेजा गया।
पेड़ के नीचे लगा था साइबर अपराधियों का जमावड़ा
पकरीबरावां एसडीपीओ महेश कुमार चौधरी ने वारिसलीगंज थाना में प्रेस वार्ता कर बुधवार को पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि बाघी मैदान में साइबर अपराधियों का जमावड़ा लगा हुआ है, जो सीधे-साधे लोगों को लोन देने का झांसा देकर ठगी कर रहे हैं। इसके बाद एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। इसके बाद जाल बिछाकर 9 अपराधियों को धर दबोच लिया गया।
बिहार की नवादा पुलिस ने ऑपरेशन फायरवॉल के तहत बड़ी कार्रवाई की है। वारिसलीगंज थाना क्षेत्र की चकवाय पंचायत के दक्षिण बाघी मैदान में पुलिस ने छापेमारी कर 9 साइबर अराधियों को रंगेहाथों दबोच लिया। ये सभी पेड़ के नीचे बैठकर भोले-भाले लोगों के साथ साइबर ठगी कर रहे थे। वे फोन कर लोगों को लोन देने का झांसा देकर पैसे ऐंठने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस का छापा पड़ते ही सभी इधर-उधर भागने लगे। पुलिस ने 9 अपराधियों को पकड़ लिया और बाकी भाग निकले।
पकड़े गए अपराधियों से 11 एंड्रॉयड मोबाइल, एक कीपैड मोबाइल, डेटा शीट एवं डायरी बरामद हुई है। साइबर ठग फाइनेंस समेत विभिन्न कंपनियों के नाम पर भोले-भाले लोगों से ठगी कर रहे थे। गिरफ्तार जालसाजों में सुधांशु पटेल, चकवाय ग्रामीण निवासी विक्की कुमार, राजेश कुमार, सुधीर ठाकुर, गौतम पासवान, अरविंद पंडित, मंटू कुमार, सूरज मंडित शामिल हैं। सभी चकवाय गांव के रहने वाले हैं। पुलिस ने झारखंड के बेरमो थाना (बोकारो), वर्तमान पता चकवाय निवासी जगदीश शर्मा के पुत्र संतोष कुमार शर्मा को भी गिरफ्तार किया है। सभी को पुलिस अभिरक्षा में बुधवार को व्यवहार न्यायालय नवादा भेजा गया।
पेड़ के नीचे लगा था साइबर अपराधियों का जमावड़ा
पकरीबरावां एसडीपीओ महेश कुमार चौधरी ने वारिसलीगंज थाना में प्रेस वार्ता कर बुधवार को पूरे मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि बाघी मैदान में साइबर अपराधियों का जमावड़ा लगा हुआ है, जो सीधे-साधे लोगों को लोन देने का झांसा देकर ठगी कर रहे हैं। इसके बाद एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। इसके बाद जाल बिछाकर 9 अपराधियों को धर दबोच लिया गया।
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पुलिस के अनुसार गिरफ्तार सभी जालसाजों ने ठगी के धंधे में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। जबकि गांव में चल रहे ठगी के सिंडीकेट का खुलासा पुलिस के सामने किया है। पकड़ाए अपराधियों से पूछताछ करने पर पता चला कि इन लोगों के पास फाइनेंस समेत कई अन्य कंपनियों से लोन लेने वाले ग्राहकों का डेटा रहता है। इसमें मोबाइल नंबर, नाम, पता आदि के बारे जानकारी रहती है। उस डाटा में अंकित मोबाइल नंबर पर ये लोग संपर्क कर लोन देने के नाम पर ठगी का काम करते हैं।
सात मोबाइल नंबर पाए गए फर्जी
एसडीपीओ ने बताया कि घटनास्थल के पास से बरामद मोबाइल में 7 मोबाइल नंबर फर्जी पाये गये हैं। फर्जी मोबाइल नंबरों में दो नंबर का साइबर से संबंधित ठगी की शिकायत साइबर पुलिस पोर्टल पर भी दर्ज पाई गई है। मौके से भागे अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी की जा रही है। बता दें कि साइबर अपराध के खिलाफ नवादा पुलिस के ऑपरेशन फायरवॉल के तहत इस महीने अब तक 19 अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।