जगन्नाथ यात्रा लाउडस्पीकर विवाद में एसओ पर गिरी गाज, महंतों-भक्तों के धरने के बाद सस्पेंड
विवाद तब शुरू हुआ जब सुबह 11 बजे बिरहाना रोड की ओर खड़े मंडल के वाहनों से पुलिस लाउडस्पीकर और साउंड सिस्टम उतरवाने पहुंची। पुलिस का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन और शासन के निर्देश पर एक वाहन में 2 से अधिक लाउडस्पीकर नहीं लगाए जा सकते। पुलिस ने साउंड सिस्टम उतरवाया तो भीड़ जुट गई।

सैकड़ों साल पुरानी श्री जगन्नाथ यात्रा निकाले जाने से पूर्व पनकी मंदिर के महंतों-भक्तों का पुलिस से टकराव हो गया। सात घंटे तक महंतों, भक्तों, सपा विधायक और क्षेत्रीय व्यापारियों के धरना देने के बाद देर शाम थाना प्रभारी बादशाहीनाका को निलंबित कर दिया गया। इसके बाद यात्रा निकाली जा सकी।
विवाद तब शुरू हुआ जब सुबह 11 बजे बिरहाना रोड की ओर खड़े मंडल के वाहनों से पुलिस लाउडस्पीकर और साउंड सिस्टम उतरवाने पहुंची। पुलिस का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन और शासन के निर्देश पर एक वाहन में दो से अधिक लाउडस्पीकर नहीं लगाए जा सकते। साउंड सिस्टम उतरवाने पर भीड़ जुट गई। पनकी मंदिर के महंत जितेंद्र दास व महंत कृष्णदास भी मौके पर पहुंच गए। उनका कहना था कि पूर्व में जिस तरह से साउंड सिस्टम रहा है, वैसा ही लगाया जाएगा। इसे लेकर कुछ ही देर में टकराव शुरू हो गया।
भक्त पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। आरोप है कि यहां थाना प्रभारी बादशाहीनाका राजीव सिंह ने महंत जितेंद्र के साथ अभद्रता कर दी। अपशब्दों का उपयोग किया। आपस में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसके बाद पनकी के दोनों महंत पीपल वाली कोठी, नयागंज चौराहा पर आकर धरने पर बैठ गए। उनके साथ विनोद कुमार गुप्ता और क्षेत्रीय पार्षद आदि भी शामिल थे।
सपा विधायक अमिताभ बाजपेई भी मौके पर पहुंच गए। वह भी धरने पर बैठ गए। भाजपा नेता सुरेश अवस्थी भी मौके पर पहुंचे। सभी ने हनुमान चालीसा का पाठ किया। स्थिति बिगड़ते देख भाजपा एमएलसी सलिल विश्नोई और कांग्रेस अध्यक्ष पवन गुप्ता भी आ गए। धरना स्थल पर हजारों की भीड़ एकत्रित हो गई और स्थितियां बेकाबू होने लगीं। इस पर पुलिस उपायुक्त पूर्वी सत्यजीत गुप्ता मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी बादशाहीनाका पर अभद्रता व अपशब्द कहने का आरोप लगाया गया है। उनका निलंबन किया जा रहा है।
देर रात बादशाहीनाका थानाध्यक्ष बदले
जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान हुए हंगामे और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कमिश्नरेट पुलिस ने भी आनन फानन कार्रवाई कर दी। बादशाहीनाका थानाध्यक्ष राजीव सिंह को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए यहां का चार्ज गुजैनी थानाध्यक्ष विनय तिवारी को सौंपा गया है। खबर लिखे जाने तक गुजैनी का चार्ज किसी को नहीं दिया गया था।
पुलिस आयुक्त अखिल कुमार के स्टाफ अफसर राजेश पांडेय ने बताया कि विनय तिवारी को बादशाहीनाका थाने का चार्ज सौंपा गया है। जनरलगंज से निकाली जा रही जगन्नाथ यात्रा के दौरान साउंड सिस्टम की संख्या को लेकर हुए बवाल को पहलेे तो पुलिस ने हल्के में लिया। इसके बाद जैसे-जैसे विरोध बढ़ता गया, पुलिस सक्रिय हो गई। प्रदर्शन के दौरान रात आठ बजे आत्मदाह करने की महंत की चेतावनी के बाद पुलिस के हाथ पांव फूल गए।
जिसके बाद सहायक पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आशुतोष कुमार, डीसीपी पूर्वी सत्यजीत गुप्ता, एडीसीपी महेश कुमार समेत बड़े अफसर मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठे महंतों का मान मनौव्वल शुरू किया। निलंबन से कम पर बात न बनने के बाद डीसीपी पूर्वी ने बादशाहीनाका एसओ राजीव सिंह के निलंबन करने का आश्वासन दिया। पुलिस का कहना था चूंकि पहले ही काफी देर हो चुकी है ऐसे में यात्रा पूरी कराने पर उनका जोर है। थानाध्यक्ष के निलंबन का आश्वासन मिलते ही धरना समाप्त हो गया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में जगन्नाथ यात्रा संपन्न कराई गई।