बच्चों के झगड़े में बड़ी वारदात, सराफा व्यापारी और बेटे को मारी गोली; हालत गंभीर
सराफा व्यापारी और उसके बेटे को गोली मार दी गई। पेट में गोली लगने से पिता-पुत्र घायल हो गए। दोनों को आनन-फानन में मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने लखनऊ रेफर कर दिया। आरोपी और उसके परिजन घर छोड़कर फरार हैं। गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है।

गोरखपुर में बच्चों के झगड़े में बड़ी वारदात हो गई। जिले के खजनी क्षेत्र के भगवानपुर गांव में बुधवार रात सराफा व्यापारी और उसके बेटे को गोली मार दी गई। पेट में गोली लगने से पिता-पुत्र घायल हो गए। दोनों को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने लखनऊ रेफर कर दिया। आरोपी और उसके परिजन घर छोड़कर फरार हैं। गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है। सर्राफ द्वारा सोमवार को हुई मारपीट की शिकायत थाने में करने पर वारदात की गई। पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए दो टीमें गठित की हैं।
भगवानपुर के उमेश जायसवाल (उम्र 45 वर्ष) की बड़दाड़ चौराहे पर जायसवाल ज्वेलर्स के नाम से दुकान है। एक सप्ताह पहले वॉलीबॉल खेलने के दौरान उनके बेटे रोहन (उम्र 20 वर्ष) का गांव के दुर्गा उर्फ बबलू सिंह के घर के बच्चों से विवाद हो गया था। तब मारपीट हुई थी। गांव वालों ने मामले को शांत करा दिया था। 23 जून को रोहन अपनी बहन के साथ बाइक से दूध लेने जा रहा था। रास्ते में दुर्गा सिंह ने डंडे से हमला कर दिया था। इसकी शिकायत थाने में करने से दुर्गा नाराज हो गया था। बुधवार को उसने पिस्टल से उमेश व रोहन को घर के पास ही गोली मार दी। उमेश के पिता सुरेश की तहरीर पर दुर्गा पर केस दर्ज कर उसकी तलाश की जा रही है।
मारपीट की शिकायत पर कार्रवाई में ढिलाई, अब दो की जान खतरे में
खजनी के भगवानपुर में गोली से घायल पिता उमेश जायसवाल और उनके बेटे रोहन की हालत नाजुक बनी हुई है तो गांव में पुलिस के नाकामी की चर्चा है। उमेश के पिता सुरेश जायसवाल ने बताया कि तीन महीने पहले वॉलीबॉल खेलने के विवाद को लेकर 23 जून को नाती रोहन पर हमला किया गया। मारपीट की शिकायत थाने में की गई।
प्रार्थना पत्र भी दिया गया, लेकिन एक दिन भी पुलिस गांव में झांकने तक नहीं आई। इसी वजह से आरोपित का मन बढ़ गया और उसने वारदात को अंजाम दे दिया। सुरेश के मुताबिक, बेटा उमेश और नाती रोहन दुकान से लौट रहे थे और आरोपित दुर्गा गांव के बाहर मेरे घर के पास ही छिपा था और वारदात कर दी। उधर, घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। आरोपित फरार है, उसके घर में सिर्फ बच्चे और महिलाएं ही हैं। चर्चा यह भी है कि उसने लाइसेंसी असलहे से गोली मारी है, जबकि गांव वालों की माने तो उसने पिस्टल से गोली मारी है। अब पुलिस इस पूरे मामले में पहले आरोपित के गिरफ्तारी की कोशिश में है। आरोपित की गिरफ्तारी और असलहे की बरामदगी के बाद यह पता चल सकेगा कि लाइसेंसी है या नहीं।
विवाद के बाद ही बेटे को ले जाते थे दुकान
गांव वालों ने बताया कि तीन महीने पहले हुए विवाद के बाद ही उमेश अपने बेटे रोहन को रोजाना ही दुकान लेकर जाने लगे थे। वह उनके साथ ही सुबह दुकान जाता था और शाम को साथ में आता था। बुधवार को दोनों दुकान से लौट रहे थे। आरोपी पहले से घर के पास ही छिपा था और वारदात कर दी।
गांव में सन्नाटा, सब बच रहे
घटना के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। बताया जा रहा कि आरोपित काफी मनबढ़ किस्म का है और वह आए दिन किसी से भी उलझ जाता है। आरोपित भगवानपुर गांव में नेवासा पर है। वह मूलरूप से बेलीपार इलाके के भौवापार के पास का रहने वाला है। गांव में उससे किसी से रिश्ते अच्छे नहीं है।
हमले के बाद बाइक छोड़कर भागा था रोहन
23 जून को भी आरोपित ने छिपकर दूध लेकर आ रहे रोहन पर डंडे से हमला किया था। तब वह खुद की जान बचाने के लिए बाइक मौके पर ही छोड़कर भागा था।
क्या बोली पुलिस
गोरखपुर के एसपी साउथ जितेंद्र कुमार ने कहा कि आपसी विवाद में गोली चली है। पिता-पुत्र के पेट में गोली लगी है। दोनों को मेडिकल कॉलेज से लखनऊ रेफर कर दिया गया है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगी है। तहरीर मिलने पर केस दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।