योगी सरकार चला रही बड़ा अभियान, सवा दो लाख सरकारी भवनों की छतों पर होगा ये काम
लगभग 34,000 सार्वजनिक भवनों में पहले से ही ये प्रणालियां स्थापित हैं। आने वाले महीनों में इसे एक लाख से अधिक अतिरिक्त संरचनाओं तक विस्तारित करने की योजना है। यह पहल भूजल स्तर को रिचार्ज करने और भावी पीढ़ियों के लिए जल संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
योगी आदित्यनाथ सरकार उत्तर प्रदेश में बड़ा अभियान चला रही है। सरकार वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने के लिए एक और बड़ा कदम उठाने जा रही है। इसका उद्देश्य जल संरक्षण को मजबूत करना और भूजल की कमी को दूर करना है। मंगलवार को लखनऊ में जारी एक बयान में इसकी जानकारी दी गई। अभियान के तहत राज्य भर में 2.35 लाख सरकारी और अर्ध-सरकारी भवनों को छत पर वर्षा जल संचयन प्रणाली से लैस किया जाएगा।
बयान में कहा गया है कि लगभग 34,000 सार्वजनिक भवनों में पहले से ही ये प्रणालियां स्थापित हैं और आने वाले महीनों में इसे एक लाख से अधिक अतिरिक्त संरचनाओं तक विस्तारित करने की योजना है। बयान के मुताबिक यह पहल भूजल स्तर को रिचार्ज करने और भावी पीढ़ियों के लिए जल संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अब तक 16 जिलों- अयोध्या, अंबेडकर नगर, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अमेठी, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, बस्ती, संत कबीर नगर, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, बलिया, झांसी और पीलीभीत ने सभी पात्र सरकारी भवनों में वर्षा जल संचयन की स्थापना का 100 प्रतिशत लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल कर लिया है।
बयान में आगे कहा गया है कि राज्य का जल शक्ति विभाग पूरे उत्तर प्रदेश में वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने के लिए ’कैच द रेन-2025’ अभियान चला रहा है। इसमें कहा गया है कि इसके तहत विभिन्न सरकारी और अर्ध-सरकारी भवनों में वर्षा जल संचयन प्रणालियां स्थापित करने की योजना बनाई गई है। योजना के तहत जल्द ही एक लाख से अधिक भवनों में ये प्रणालियां स्थापित की जाएंगी।