‘बिटिया माफ कर देना, आई लव यू’...दहेज हत्या के आरोपी ने 3 पन्ने का सुसाइड नोट लिख दे दी जान
विष्णु की शादी शालिनी के साथ हुई थी। तीन महीने पहले पत्नी की मौत हो गई थी। घर में वह मां के साथ रह रहा था। शनिवार सुबह विष्णु का शव कमरे में पंखे के कुंडे से फंदे के सहारे लटका मिला। तीन पन्ने के सुसाइड नोट में उसने अपनी तीन साल की बेटी और मां से माफी मांगी है।

लखनऊ के न्यू हैदराबाद में शनिवार को विष्णु कामता प्रसाद ने फांसी लगा ली। युवक के खिलाफ महानगर कोतवाली में दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज है। जिसके चलते ससुराल वाले प्रताड़ित कर रहे थे। यह बात युवक ने तीन पन्ने के सुसाइड नोट में लिखी। साथ ही बेटी के लिए आई लव यू और मां से खुदकुशी करने पर माफी मांगी। महानगर पुलिस ने युवक के ससुर समेत चार लोगों पर आत्महत्या की धारा में उकसाने का मुकदमा दर्ज किया है।
न्यू हैदराबाद निवासी विष्णु कामता प्रसाद (उम्र 30 वर्ष) यूपी प्रोजेक्क्ट कार्पोरेशन में संविदा कर्मी था। विष्णु की शादी शालिनी के साथ हुई थी। पत्नी की तीन माह पहले मौत हो गई थी। घर में वह मां के साथ रह रहा था। शनिवार सुबह विष्णु का शव कमरे में पंखे के कुंडे से फंदे के सहारे लटका मिला। पुलिस के मुताबिक ससुराल वालों ने उसके खिलाफ महानगर कोतवाली में उसके खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था।
विष्णु ने लिखा बिटिया के बिना नहीं रह सकता
सुसाइड नोट में लिखा है कि वह पत्नी शालिनी और तीन वर्षीय बेटी रिद्धिमा से बहुत प्यार करता था। पत्नी की मौत के बाद सुसराल वाले उसकी बेटी को भी उठा ले गए। बिटिया के बिना वह नहीं रह सकता है। उसकी मौत के बाद बिटिया को दादी और बुआ के पास भेजवाया जाए। उसे सुसराल वालों पर भरोसा नहीं है।
सुसाइड नोट में बयां किया दर्द
तीन पन्नों के सुसाइड नोट में विष्णु कामता प्रसाद ने अपना दर्द बयां किया है। लोगों का कहना है कि पत्नी की मौत और बेटी से दूरी ने उसे बुरी तरह दुखी कर दिया था। वह अपनी बेटी को बहुत मिस कर रहा था। लेकिन पत्नी की मौत के बाद उसके ऊपर दहेज हत्या का आरोप लगा और तीन साल की बेटी को ससुराल वाले लेते गए। विष्णु इससे बहुत दुखी था। सुसाइड नोट में भी उसने यह दुख बयां किया।