यूपी में फिर एनकाउंटर: बलिया के तस्कर को गोरखपुर में लगी गोली, 2 गिरफ्तार
बुधवार तड़के कुशीनगर के तरयासुजान क्षेत्र में बहादुरपुर चौकी के पास पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़ हुई। एनकाउंटर में एक पशु तस्कर पैर में गोली लगने से घायल हो गया। उसके साथी को पुलिस ने सुरक्षित गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से दो मालवाहन वाहनों पर लदे 11 प्रतिबंधित पशु बरामद किए गए हैं।

यूपी में एक बार फिर एनकाउंटर हुआ है। बुधवार तड़के कुशीनगर के तरयासुजान क्षेत्र में बहादुरपुर चौकी के पास पुलिस की बदमाशों से मुठभेड़ हुई। इसमें एक पशु तस्कर पैर में गोली लगने से घायल हो गया। उसके साथी को पुलिस ने सुरक्षित गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से दो मालवाहन वाहनों पर लदे 11 प्रतिबंधित पशु बरामद किए गए हैं। पशु वध के उपकरणों के अलावा एक तमंचा, दो जिंदा और एक खोखा कारतूस भी बरामद किया गया है।
मुठभेड़ की जानकारी देते हुए सीओ तमकुही राज राकेश प्रताप सिंह ने बताया कि तरया सुजान के बहादुर पुर इलाके से पशु तस्करों के बिहार जाने की सूचना मिली थी। सूचना पर तत्काल योजना बनाते हुए पुलिस टीमों का गठन किया गया। मंगलवार की आधी रात के बाद से ही थाना तरयासुजान, थाना तमकुहीराज और थाना पटहेरवा की संयुक्त पुलिस टीम ने थाना तरयासुजान क्षेत्रान्तर्गत बहादुरपुर चौकी के पास घेराबंदी कर चेकिंग शुरू कर दी। भोर में चेकिंग के दौरान एक पिकप वाहन तथा एक मैजिक वाहन आते दिखाई दिया। जिसको पुलिस टीम द्वारा रोकने का प्रयास किया गया तो वाहन पर सवार व्यक्ति द्वारा लक्ष्य साधकर पुलिस टीम पर जान मारने की नीयत से फायर किया गया।
जवाबी प्रतिरक्षा में पुलिस टीम द्वारा फायरिंग की गयी, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया। उसकी पहचान संजय यादव पुत्र राधेश्याम यादव निवासी करम्बर मठिया थाना खेजुरी जनपद बलिया के रुप में हुई। जिसको गिरफ्तार कर लिया गया। उसके एक अन्य साथी रोशन सिंह पुत्र नन्हे सिंह निवासी धनी छपरा थाना माझी जनपद छपरा राज्य बिहार को मौके से गिरफ्तार किया गया।
तस्करों के कब्जे से 11 प्रतिबंधित पशु, दो चार पहिया वाहन, एक अवैध तमन्चा, 2 जिन्दा और एक खोखा कारतूस, दो लकडी का ठीहा, दो बांका, दो रस्सी और 600 रुपया नगद बरामद किया गया है। घायल तस्कर को दवा ईलाज हेतु पुलिस अभिरक्षा में अस्पताल भेजा गया है। सीओ ने बताया कि अभियुक्तों का यह संगठित गिरोह है। जो विभिन्न जनपदों से गोवंशींय पशुओं को वाहनों पर क्रुरतापूर्वक लाद कर वध हेतु बिहार ले जाते है। गौकशी कर अवैध धन अर्जित करते है। जिसे आपस में बाट लेते है। घायल तस्कर का पुराना आपराधिक इतिहास है।