Yogini Ekadashi Puja Vidhi Upay : हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी, जिसे योगिनी एकादशी कहा जाता है, इस वर्ष 21 जून को शनिवार को है। इस पावन अवसर पर श्रद्धालु उपवास रखकर श्रीहरि विष्णु भगवान की पूजा आराधना करेंगे।
आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी को योगिनी एकादशी कहते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दिन व्रत करने से भगवान नारायण की विशेष कृपा प्राप्त होती है। जानें इस दिन क्या दान करना चाहिए। यह व्रत देवशयनी एकादशी से पहले आता है।
Yogini ekadashi vrat ki katha in hindi : युधिष्ठर ने पूछा-वासुदेव, आषाढ़ के कृष्ण पक्ष में जो एकादशी होती है, उसका क्या नाम है कृपया उसका वर्णन कीजिए। भगवान् श्रीकृष्ण बोले-आषाढ़ के कृष्ण पक्ष की एकादशी का नाम योगिनी एकादशी है।
ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति योगिनी एकादशी का व्रत श्रद्धा से करता है, वह सांसारिक बंधनों से मुक्त होकर श्रीहरि की कृपा प्राप्त करता है। इस साल योगिनी एकादशी का व्रत 21 जून को है।
योगिनी एकादशी को लेकर मान्यता है कि इसका व्रत रखने वालों के सभी पाप दूर हो जाते हैं और 88 हजार ब्राह्मणों को भोजन कराने के बराबर लाभ मिलता है। निर्जला एकादशी के बाद योगिनी और देवशयनी एकादषी का महत्व
Yogini ekadashi vrat katha in hindi : योगिनी एकादशी व्रत कथा- पद्मपुराण के अनुसार स्वर्गलोक में इन्द्र की अलकापुरी में यक्षों का राजा कुबेर रहता था। वह भगवान शिव का भक्त था और उनके लिए रोजाना हेम नामक माली