राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि छोटे उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत स्तंभ हैं। उन्होंने कहा कि ये उद्योग रोजगार सृजन और सामाजिक समावेशन को बढ़ाते हैं। छोटे उद्योगों का जीडीपी में महत्वपूर्ण...
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने मंगलवार को यह बात कही। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स की अर्थशास्त्री विश्रुत राणा ने कहा कि भारत के लिए एक बड़ी राहत वाला कारक यह है कि ऊर्जा की कीमतें अब भी पिछले वर्ष की तुलना में कम हैं।
विश्व बैंक, आर्थिक सहयोग और विकास संगठन और आईएमएफ ने हाल के महीनों में अपने वैश्विक विकास पूर्वानुमानों को घटा दिया है। तेल या प्राकृतिक गैस की कीमतों में कोई भी जबरदस्त वृद्धि, या संघर्ष के और बढ़ने के कारण कारोबार में गड़बड़ी, विश्व अर्थव्यवस्था पर एक और ब्रेक के रूप में कार्य करेगी।
अप्रैल, 2025 के आईएमएफ आंकड़ों के अनुसार भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी 2,878.4 डॉलर है जो जापान की प्रति व्यक्ति जीडीपी 33,955.7 डॉलर का लगभग 8.5 प्रतिशत है।
वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में 7.4% और पूरे वर्ष के लिए 6.5% की मजबूत जीडीपी बढ़ोतरी के बीच उन्होंने भारत की जीडीपी को लेकर कहा कि भारत के लिए यह समय अभी है, लेकिन हमें इसका लाभ उठाना होगा।
दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की रफ्तार 2026 में और सुस्त होकर मात्र 1.5 प्रतिशत रह जाएगी। ट्रंप की नीतियों ने औसत अमेरिकी शुल्क दरों को बढ़ाकर 15.4 प्रतिशत कर दिया है।
भारत की आर्थिक उन्नति उम्मीद से पहले ही रुक सकती है, इसके पीछे की वजह इनोवेशन की कमी है। फंड सलाहकार चक्रवर्ती वी ने लिंक्डइन पर एक पोस्ट के साथ इस चर्चा को बढ़ावा दिया है।
Moody On Indian Economy: भारत, अमेरिकी शुल्क एवं ग्लोबल ट्रेड व्यवधानों के निगेटिव प्रभावों से निपटने के लिए अच्छी स्थिति में है।
यूनाइटेड नेशन (UN) ने 2025 के लिए भारत के आर्थिक वृद्धि अनुमान को घटाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया है।
IMF के अनुसार, 2025 के अंत तक भारत की जीडीपी जापान को पछाड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी।