बिहार चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में संशोधन को लेकर महागठबंधन के बाद अब जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने भी चुनाव आयोग से कई सवाल पूछे हैं। उन्होने कहा कि चुनाव आयोग ये साफ करे कि मतदाता सूची में संशोधन की प्रक्रिया क्या है? इसके मापदंड क्या हैं? और किस आधार पर नाम हटाया या जोड़ा जाएगा।
महागठबंधन के सीएम फेस पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि अगर इंडिया अलायंस को बहुमत मिलता है, तो मुख्यमंत्री राजद से होगा, और तेजस्वी यादव के सीएम फेस को लेकर किसी तरह का कोई कन्फ्यूजन और विवाद नहीं है। हालांकि चुनाव में मुद्दे सर्वोपरि रहेंगे।
आरजेडी से निकाले गए लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट से मोह त्याग दिया है। उन्होंने अपनी मौजूदा सीट हसनपुर पर ही फोकस करने की बात कही है।
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आरजेडी ने कैंपेन सॉन्ग लॉन्च किया है। इसमें अबकी बार तेजस्वी सरकार बनाने का दावा करते हुए पूर्व डिप्टी सीएम को सबसे बेहतर बताया गया है। इस गाने में आरजेडी के चुनावी वादों का भी जिक्र है।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने पटना में 284 सदस्यीय टीम बनाई है। पारिजात सौरभ को पार्टी का पटना महानगर अध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा कई उपाध्यक्ष, सचिव और संरक्षक भी नियुक्त किए गए हैं।
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) किया जा रहा है। इसमें वोटर्स का घर-घर जाकर सत्यापन हो रहा है। मतदाताओं को अपनी पहचान सत्यापित करने के लिए वैध दस्तावेज दिखाने होंगे।
पूर्व आरजेडी विधायक गुलाब यादव की बेटी बिंदु ने मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी की सदस्यता ले ली है। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में बिंदु गुलाब यादव के झंझारपुर से लड़ने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। बिंदु के पिता गुलाब यादव मनी लॉन्ड्रिंग केस में आईएएस संजीव हंस के साथ जेल में हैं।
पटना में राजद के युवा छात्र संसद में तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी सरकार बनने के बाद सरकारी स्कूलों में मिड डे मील के दौरान बच्चों को एक ग्लास दूध और अंडा देने का वादा किया है।
जनता दरबार लगाने का ऐलान कर तेज प्रताप यादव ने एक्स पर लिखा, 'जनता का दरबार, जनसमस्याओं का सीधा समाधान,आपके बीच, आपकी आवाज़ बनने के लिए तत्पर, आइए साथ मिलकर रचें बिहार का नया अध्याय,सदैव आपके साथ ,सदैव बिहार के साथ।'
राष्ट्रीय जनता दल का कहना है कि मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में शामिल करने के लिए जिन दस्तावेजों की मांग की गई है, उससे लाखों परिवार ऐसे हैं, जिनके पास वैसे दस्तावेज उपलब्ध होना संभव नहीं है।