तेज प्रताप यादव ने महुआ का मोह त्यागा? बोले- हसनपुर सीट पर ही फोकस है
आरजेडी से निकाले गए लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट से मोह त्याग दिया है। उन्होंने अपनी मौजूदा सीट हसनपुर पर ही फोकस करने की बात कही है।

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे एवं पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी सीट नहीं बदलने के संकेत दिए हैं। चर्चा है कि आरजेडी से निष्कासित किए जाने के बाद तेज प्रताप ने वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट का मोह त्याग दिया है। हालिया बयान में उन्होंने समस्तीपुर जिले की हसनपुर सीट पर ही फोकस करने की बात कही है, जहां से वह वर्तमान में विधायक हैं। तेज प्रताप हसनपुर से पहले महुआ से विधायक रह चुके हैं। कुछ महीने पहले, उन्होंने महुआ पर दावा ठोका था, जिसे लेकर आरजेडी में सियासी ड्रामा देखा गया था।
तेज प्रताप यादव ने एनडीटीवी से बातचीत में शुक्रवार को कहा कि वह हसनपुर से विधायक हैं। आने वाले दिनों में वह क्षेत्र का दौरा करेंगे, जनता के बीच जाएंगे, जनता दरबार के माध्यम से लोगों की समस्याओं को सुनकर उनका निपटारा करेंगे। उन्होंने कहा कि वह 6 साल के लिए संगठन से बाहर किए गए हैं, इसका मतलब यह नहीं कि घर में कैद हो जाएं। वह अपने तरीके से यात्रा करेंगे और जनता के लिए काम करेंगे
तेज प्रताप ने आगामी विधानसभा चुनाव में सीट बदलने की बात से इनकार करते हुए कहा कि फिलहाल इस पर ध्यान नहीं दिया गया है। वह हसनपुर से विधायक हैं और यहीं पर फोकस कर रहे हैं। अभी सीट बदलने की कोई बात नहीं है। अगर कुछ होगा तो वह भविष्य में इसकी जानकारी देंगे।
वैशाली जिले की महुआ विधानसभा सीट पर 2015 में तेज प्रताप यादव ने आरजेडी के टिकट पर जीत दर्ज की थी। 2020 में उनकी सीट बदल गई और वह हसनपुर से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। वहीं, उनकी जगह आरजेडी ने मुकेश रौशन को टिकट दिया और वह भी महुआ से जीतने में कामयाब रहे।
पिछले साल दिसंबर महीने में तेज प्रताप जब हाजीपुर में एक कार्यक्रम में गए थे, तो मीडिया से बातचीत में उन्होंने 2025 में महुआ सीट से चुनाव लड़ने की बात कही थी। उन्होंने यह तक कहा था कि महुआ में कई काम करवाए, तो वहां से वह खुद ही चुनाव लड़ेंगे। तेज प्रताप के इस दावे के बाद महुआ से मौजूदा विधायक मुकेश रौशन को अपनी सीट गंवाने का डर सताने लगा। मीडिया के सामने वह फूट-फूटकर रोने भी लगे। इसे लेकर तेज प्रताप और मुकेश के बीच सियासी बयानबाजी भी हुई थी।