अयोध्या राम मंदिर में देश-विदेश से तमाम लोग दिल खोलकर दान कर रहे हैं। मुंबई के एक शख्स ने 175 किलो सोने गुप्तदान दिया है। इस सोने की कीमत करीब 150 करोड़ रुपये है। इस सोने से राम मंदिर के दरवाजे-चौखट लगाए गए हैं।
राम मंदिर में राम दरबार व शेषावतार सहित आठ मंदिरों की संख्या बढ़ गयी है। इसके अलावा अस्थाई मंदिर व कुबेर टीला पर कुबेरेश्वर महादेव को लेकर दस मंदिर हो चुके हैं। इनमें सप्त मंडपम व गोस्वामी तुलसीदास महाराज के मंदिर को भी शामिल करें तो यह संख्या 18 हो जाएगी।
अयोध्या में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में 'स्मृति द्वार' का निर्माण कराया जाएगा। शासन ने इसकी स्वीकृति देते हुए निर्माण के लिए पहली किस्त भी जारी कर दी है। इसके अलावा रामकथा पार्क का भी विस्तारीकरण होगा।
अयोध्या के राम मंदिर में पांच जून को स्थापित हुए राम दरबार का भी दर्शन शुक्रवार से शुरू कर दिया गया। अचानक हुए इस फैसले से श्रद्धालु गदगद नजर आए। हालांकि दर्शन के लिए पास लेना होगा। इसके लिए तय फार्मेट को भरना भी होगा।
अयोध्या के राम मंदिर की एक साल में ही तीन अरब से ज्यादा की कमाई हुई है।तीर्थ क्षेत्र के ट्रस्टीज की बैठक में आय-व्यय का बजट प्रस्तुत किया गया। इस दौरान निर्माण पर साढ़े चार सौ करोड़ खर्च भी हुआ है।
अयोध्या के रामलला पर सोने-चांदी की बारिश हो रही है। तीन महीने में ही भक्तों ने 85 किलो से ज्यादा सोना-चांदी रामलला को समर्पित की है। नवम्बर 2024 से फरवरी 2025 के बीच 334 भक्तों ने यह जेवर दान किए हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की त्रैमासिक बैठक शनिवार को हुई। इस बैठक में सभी ट्रस्टीज को राम मंदिर निर्माण की अद्यतन जानकारी दी गई। राम मंदिर के चारों प्रवेश द्वारों का नामकरण करने का निर्णय लिया गया है। इसके अनुसार जन्मभूमि पथ का नामकरण आदिगुरु रामानंदाचार्य के नाम पर होगा।
गुजरात के एक हीरा कारोबारी ने अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को 11 मुकुट और एक स्वर्ण धनुष-बाण सहित कई आभूषण दान किए हैं।
अयोध्या में बने राम मंदिर का निर्माण जारी है। इसी साल दिसंबर तक इसका निर्माण पूरा होने की उम्मीद जताई जा रही है। राम मंदिर निर्माण में कई तरह के पत्थर और धातुओं का इस्तेमाल किया गया है। मंदिर निर्माण में कितना सोना इस्तेमाल किया गया है?
गंगा दशहरा के पावन मौके पर गुरुवार को अयोध्या के राम मंदिर में राम दरबार समेत अन्य देवी देवताओं के विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा हो गई। हालांकि आम भक्तों को इनका दर्शन करने के लिए अभी लंबा इंतजार करना होगा।