नासिक में होने वाले सिंहस्थ कुंभ मेले की तारीखों का ऐलान, सीएम फडणवीस बोले- तैयारी पूरी
Simhastha Kumbh Mela Nashik: नासिक में होने वाले आगामी सिंहस्थ कुंभ मेले की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। सीएम फडणवीस की अध्यक्षता में हुई बैठक में इसका ऐलान किया गया। सीएम ने कहा कि इसकी भव्यता ऐसी होगी कि पूरी दुनिया देखेगी।

Nashik Kumbh Mela dates: नासिक में आयोजित होने वाले अगले कुंभ मेले की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। मुख्यमंत्री देवेंन्द्र फडणवीस की अध्यक्षता में हुई एक मीटिंग के बाद अगले कुंभ मेले की तारीखों की घोषणा कर दी गई। सीएम फडणवीस ने बताया कि नासिक-त्र्यंबकेश्वर सिंहस्थ कुंभ मेरा 31 अक्तूबर 2026 को दोनों प्रमुख तीर्थों में ध्वजारोहण के साथ शुरू होगा, जबकि गोदावरी में पहला अमृत स्नान 2 अगस्त 2027 को होगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में सभी 13 अखाड़ों के प्रमुख और दो-दो साधु-महंत मौजूद थे। बैठक के बाद किए गए अपने पोस्ट में मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि इस भव्य समागम का इंतजाम ऐसा होगा कि पूरी दुनिया देखकर दंग रह जाएगी।
रिपोर्ट के मुताबिक सिंहस्थ कुंभ मेले की शुरुआत 31 अक्तूबर 2026 को नासिक और त्र्यंबकेश्वर के रामकुंड में ध्वजारोहण के साथ होगी। इसके बाद 29 जुलाई 2027 को नासिक में नगर प्रदक्षिणा होगी। इसके बाद 'पहला अमृत स्नान 2 अगस्त 2027' को होगा। 'दूसरा अमृत स्नान 31 अगस्त', 'तीसरा और अंतिम स्नान 11 सितंबर को नासिक में और 12 सितंबर को त्र्यंबकेश्वर में' होगा। 24 जुलाई 2028 को ध्वज उतार दिया जाएगा, जो कि 12 वर्षों में एक बार आयोजित होने वाले सिंहस्थ कुंभ मेले के समापन का प्रतीक होगा।
फडणवीस ने मीडियाकर्मियों से कहा, "4,000 करोड़ रुपये की लागत वाले कार्यों की टेंडर जारी किए जा चुके हैं। 2,000 करोड़ रुपये की लागत वाले अन्य कार्यों के टेंडर भी जल्द ही जारी किए जाएंगे। सीवेज शोधन संयंत्र (एसटीपी), गोदावरी नदी की सफाई और 'साधुग्राम' के लिए भूमि अधिग्रहण का काम भी प्रगति पर है।"
भगदड़ जैसी स्थिति पैदा न होने देने को सुनिश्चित करने के लिए भीड़ नियंत्रण और प्रबंधन के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि 'अमृत स्नान' की तिथियां घोषित कर दी गई हैं और चूंकि यह आयोजन लंबे समय तक चलेगा, इसलिए श्रद्धालुओं को केवल विशेष दिनों पर ही पहुंचने की जरूरत नहीं है।
फडणवीस ने कहा कि सरकार सिंहस्थ कुंभ मेले को यादगार बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। उन्होंने बैठक के दौरान महंत राजेंद्रदास महाराज के इस सुझाव को भी स्वीकार कर लिया कि 'शाही स्नान' को 'अमृत स्नान' कहा जाना चाहिए, जैसा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हाल ही में संपन्न कुंभ मेले में किया गया था।
फडणवीस ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी कि आगामी कुंभ मेला सुरक्षित, शुद्ध और पवित्र वातावरण में आयोजित हो।’’ उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। कुंभ की शोभायात्राओं का नेतृत्व अखाड़ों, साधुओं और महंतों द्वारा किया जाता है, जबकि राज्य सरकार की भूमिका सेवा प्रदान करना और सर्वोत्तम सुविधाएं प्रदान करना है।
मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा उत्कृष्ट सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा बेहतर योजना के लिए साधुओं और महंतों की प्रतिक्रिया को ध्यान में रखने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, "2015 के विपरीत, जब तैयारी के लिए बहुत कम समय था, इस बार पर्याप्त समय होने के कारण सरकार पूरी तैयारी करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।"
फडणवीस ने कहा कि गोदावरी नदी की पवित्रता और निरंतर प्रवाह को बनाए रखना कुंभ का प्राथमिक उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि सीवेज और अपशिष्ट जल के प्रबंधन के लिए परियोजनाओं पर काम जारी है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नदी में केवल स्वच्छ जल ही प्रवाहित हो।