Hindi Newsझारखंड न्यूज़Why did 24 tribal boys in Ratu, Jharkhand come out of their homes naked?

झारखंड: आदिवासी समाज के 24 लड़के घरों से नग्न होकर क्यों निकले? तोड़फोड़ और मारपीट भी करी

इस संबंध में रातू थाना में कई लोगों ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार, घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और विरोध किया। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।

Ratan Gupta हिन्दुस्तान, रांचीSat, 28 June 2025 08:24 AM
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झारखंड: आदिवासी समाज के 24 लड़के घरों से नग्न होकर क्यों निकले? तोड़फोड़ और मारपीट भी करी

झारखंड के रातू इलाके में आदिवासी समाज के दो दर्जन लोग गुरुवार की रात नग्न अवस्था में घर से निकले। टोली में शामिल लोगों ने आधा दर्जन वाहनों पर पत्थर फेंके और वाहन सवार लोगों के साथ मारपीट भी की। इस संबंध में रातू थाना में कई लोगों ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार, घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी और विरोध किया। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया।

24 लोग नग्न होकर घरों से क्यों निकले?

बताया जा रहा है कि मंगलवार को तिलता के पाहनों ने समाज के लोगों के साथ आषाढ़ी पूजा को लेकर बैठक की थी। बैठक में बुधवार की रात कुछ लोगों को नग्न होकर पूरे इलाके में घूमने को कहा गया था। इस दौरान गांव के किसी भी घर में न तो लाइट जलेगी और न ही कोई अपने घर से बाहर निकलेगा।

गाड़ियों की तोड़-फोड़ और लोगों से मारपीट

पहले यह मान्यता सिर्फ गांव के अंदर ही होती थी। कहा गया कि बुधवार की रात युवाओं की टोली रातू के एनएच पर निकल आयी। एनएच पर जितनी भी गाड़ियां लाइट जलाकर गुजर रही थी। इस दौरान लोगों के साथ मारपीट भी की। टोली में शामिल युवा उन पर पत्थराव कर रहे थे, जिसके बाद लोगों ने प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने कहा कि कार्रवाई की जा रही है।

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घूमने-फिरने के बाद करते पूजा-पाठ

बताया जा रहा है कि मान्यता है कि युवाओं की टोली जब नग्न अवस्था में घर से बाहर निकलती है, उस वक्त उनके सामने कोई भी आता है तो टोली में शामिल मारपीट करते हैं। भीड़ में शामिल लोग किसी की कोई बात नहीं सुनते हैं। पूरे गांव में घूमने के बाद तालाब में जाकर पूजा-पाठ करने के बाद नहाते हैं। फिर सभी अपने घर चले जाते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से गांव के लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं आती है। बीमारी और दुख दूर रहता है और गांव में सुख-शांति की स्थापना होती है।

लोगों ने दर्ज कराई शिकायतें

बताया गया कि हुरहुरी निवासी गोपाल नाथ शाहदेव पर गुरुवार रात 10:30 बजे के करीब एनएच-39 सोडा फाउंटेन के पास दर्जनों युवक ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में गोपाल शाहदेव किसी तरह बच गए, लेकिन उनकी स्कार्पियो जेएच 03 एए 8599 क्षतिग्रस्त हो गई। गोपाल शाहदेव ने इस संबंध में शुक्रवार को रातू थाना में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कहा कि रात को वह इलाज के लिए रांची निकले थे। इसी बीच तिलता चौक निवासी सत्यजीत खलखो, पिता विपिन खलखो सहित उनके दर्जनों साथियों ने अचानक से हमला कर दिया।

गोपाल शाहदेव ने बताया कि इन लोगों द्वारा आए दिन इसी तरह लूटपाट व मारपीट की घटना को अंजाम दिया जाता है। पिस्का मोड़ निवासी रोहित कुमार ने भी रातू थाने में शिकायत दर्ज कराई है। कहा कि अपने परिजनों के साथ मुड़मा की तरफ से वाहन से घर लौट रहे थे। इसी दौरान सोडा फाउंटेन के पास कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी पर हमला कर दिया। वाहन का शीशा तोड़ दिया।

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