संकट में फंसती नजर आ रही यह कंपनी! रेटिंग एजेंसी की चेतावनी, शेयर बेचने की होड़, टूटकर आधा हुआ भाव
- कंपनी के शेयर में आज बुधवार को भी 10% तक टूट गए। इसी के साथ यह 372.60 रुपये के इंट्रा डे लो प्राइस पर आ गया। यह इसका 52 वीक का लो प्राइस भी है। इससे पहले बीते मंगलवार को यह शेयर 20% तक लुढ़क गया था। यानी सिर्फ दो कारोबारी दिन में ही इसमें 30% तक की गिरावट देखी गई।

Gensol Engineering Ltd Share: जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर लगातार कारोबार के दौरान फोकस में हैं। कंपनी के शेयर में आज बुधवार को भी 10% तक टूट गए। इसी के साथ यह 372.60 रुपये के इंट्रा डे लो प्राइस पर आ गया। यह इसका 52 वीक का लो प्राइस भी है। इससे पहले बीते मंगलवार को यह शेयर 20% तक लुढ़क गया था। यानी सिर्फ दो कारोबारी दिन में ही इसमें 30% तक की गिरावट देखी गई। बता दें कि शेयरों में इस गिरावट के पीछे एक निगेटिव खबर है। दरअसल, रेटिंग एजेंसी ICRA ने जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड की कर्ज अदायगी में चल रही देरी के बारे में अलर्ट किया है और रेटिंग घटा दी है।
क्या है डिटेल
कंपनी के लेंडर्स से प्राप्त फीडबैक के बाद उसकी रेटिंग को घटाकर [ICRA ] डी कर दिया है। ICRA ने आरोप लगाया है कि जेनसोल इंजीनियरिंग द्वारा अपने कर्ज सर्विसिंग ट्रैक रिकॉर्ड पर उनके साथ शेयर किए गए कुछ दस्तावेज "स्पष्ट रूप से फर्जी थे", जिससे इसकी लिक्विडिटी स्टेटस समेत कॉर्पोरेट एडमिनिस्ट्रेशन प्रैक्टिस पर चिंताएं बढ़ गई हैं। ICRA का यह कदम CARE रेटिंग्स द्वारा कर्ज भुगतान में देरी के कारण जेनसोल इंजीनियरिंग को डाउनग्रेड करने के ठीक एक दिन बाद आया है।
ICRA ने क्या कहा?
ICRA ने अपने नोट में यह भी लिखा है कि उसने कंपनी के वित्तीय लचीलेपन में गिरावट देखी है, क्योंकि फरवरी 2025 में प्रमोटर की हिस्सेदारी उसकी होल्डिंग्स के 85.5% तक बढ़ गई है, जो सितंबर 2024 में 79.8% थी। पिछले कुछ महीनों में जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर में लगातार गिरावट के बीच शेयर-गिरवी में बढ़ोतरी कंपनी की भविष्य की विकास योजनाओं का समर्थन करने के लिए पूंजी जुटाने की क्षमता को बाधित कर सकती है।'
ICRA ने कहा, "जेनसोल हर महीने की शुरुआत में समय पर कर्ज चुकाने का सुझाव देते हुए आईसीआरए के साथ नो-डिफॉल्ट स्टेटमेंट भी साझा कर रहा था।" ICRA ने इस बात पर भी प्रकाश डाला है कि तरजीही शेयर वारंट के माध्यम से चालू वित्तीय वर्ष में जेनसोल इंजीनियरिंग में ₹244 करोड़ के इक्विटी निवेश की उम्मीदों के विपरीत, अब तक केवल ₹140 करोड़ का निवेश किया गया है। बाकी निवेश को दिसंबर 2025 तक के लिए स्थगित कर दिया गया है, जो पहले की अपेक्षाओं की तुलना में लगभग एक वर्ष की देरी को दर्शाता है। इसके अलावा नोट में यह भी लिखा गया है कि जेनसोल की विकास योजनाओं के लिए इक्विटी का समय पर निवेश महत्वपूर्ण है, साथ ही प्रमोटरों की हिस्सेदारी कम करने से ताजा इक्विटी निवेश योजना को लेकर अनिश्चितता बढ़ जाती है। आईसीआरए ने कहा कि जेनसोल के पास ₹7,000 करोड़ से अधिक की ऑर्डर बुक है, जिसे अगले 12-18 महीनों में एग्जिक्यूट किया जाना है। आईसीआरए ने लिखा, "हालांकि, इतने बड़े ऑर्डर बुक को एग्जिक्यूशन करने के लिए फंड की उपलब्धता अस्पष्ट बनी हुई है।"
कंपनी के शेयर
जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर ₹1,100 से अधिक के अपने उच्चतम स्तर से 67% नीचे हैं। इस साल अब तक यह शेयर 52% तक टूट गया। यह शेयर पिछले पांच दिन में 34%, महीनेभर में 48% और छह महीने में 60% तक टूट गया है। सालभर में कंपनी के शेयर 63 पर्सेंट तक टूट गए।