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महात्माइन नदी ने तोड़ डाले तटबंध, कई गांव पानी-पानी; गंगा, कोसी और सोन समेत कई नदियों का बढ़ा जलस्तर

Bihar Flood: नेपाल और झारखंड में बारिश के बाद बिहार की नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी शुरू हो गयी है। लगभग सारी प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। गंगा के अलावा, कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, कमला बलान, सोन, घाघरा, पुनपुन नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है।

Nishant Nandan हिन्दुस्तान, पटनाSun, 22 June 2025 06:58 AM
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महात्माइन नदी ने तोड़ डाले तटबंध, कई गांव पानी-पानी; गंगा, कोसी और सोन समेत कई नदियों का बढ़ा जलस्तर

Bihar Flood: बिहार की राजधानी पटना से सटे फतुहा में महात्माइन नदी के जलस्तर में बढोतरी से शनिवार की सुबह दो गांवों के पास तटबंध टूट गया। अल सुबह तटबंध टूटने से फतुहा के सिरपतपुर और दनियावां के बड़ी केवई गांव में पानी घुस गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी। प्रशासन ने तुरंत राहत-बचाव कार्य शुरू किया व तीन घंटे के अंदर तटबंध को मरम्मत करा दिया। हालाकि अब भी गांव में 20 परिवार इससे प्रभावित है। उनके घरों में पानी घुस गया है।

फुल्गू के जलस्तर में वृद्धि से उफान

फुल्गू नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण फतुहा,दनियावां में महात्माइन नदी का पानी बढ़ रहा है। शनिवार की सुबह में नदी का तटबंध टूट गया। जब गांव में पानी घुसने लगा तो इसकी सूचना बीडीओ, सीओ और एसडीएम पटना सिटी को दी गई। प्रशासन जब तक बांध मरम्मत का काम शुरू किया इससे पहले दोनों गांवों के 20 परिवार प्रभावित हो गया। लोगों के घरों में पानी घुस गया है। प्रशासन द्वारा प्राथमिक विद्यालय अब्दुल्लापुर में राहत कार्य चलाने के लिए सेंटर बनाया है।

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कमजोर तटबंधों को किया जा रहा सुरक्षित

जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने तत्काल प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, जल संसाधन विभाग तथा अनुमंडल पदाधिकारी, पटना सिटी को स्थल पर जाने का निर्देश दिया। इन अधिकारियों द्वारा सुरक्षात्मक कार्रवाई की गई तथा स्थल पर निगरानी की जा रही है। बांध को बालू के बोरे से सुरक्षित कर दिया गया है। नदी के अन्य तटबंधों की जांच चल रही है। जहां कमजोर है, उसे बालू के बारे से सुरक्षित किया जा रहा है। फतुहा के सिरपतपुर में धोबा नदी के जमींदारी बांध की सुरक्षा के लिए फ्लड कंट्रोल डिवीजन को तत्परता से एसओपी के अनुसार काम करने को कहा गया है।

अभी शरणस्थली बनाने की जरूरत नहीं

आपदा प्रबंधन के एडीएम देवेंद्र शाही ने बताया कि तटबंध टूटने से लगभग 20 परिवार प्रभावित हुए हैं। गांव के निचले हिस्से में जो लोग रह रहे हैं, उनके घरों में पानी घुस गया था लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। अभी शरणस्थली बनाने की जरूरत नहीं है। अधिकारियों की टीम मौके पर कैंप की है। उन्होंने कहा कि लोगों के जरूरत के अनुसार सहायता दी जा रही है।

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गंगा का जलस्तर हर घंटे 2.5 सेमी बढ़ रहा

नेपाल और झारखंड में बारिश के बाद बिहार की नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी शुरू हो गयी है। लगभग सारी प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। गंगा के अलावा, कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, कमला बलान, सोन, घाघरा, पुनपुन नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। नदियों के जलस्तर बढ़ने से तटबंधों पर दबाव भी बढ़ा है।

गंगा का जलस्तर में पटना के निकट हर घंटे दो से ढाई सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। दीघाघाट, गांधीघाट, हाथीदह में इसका जलस्तर बढ़ा है। गंगा में दक्षिण बिहार की नदियों का पानी लगातर आ रहा है। अगले 24 से 48 घंटे में इसके जलस्तर में और बढ़ोतरी की संभावना है। जल संसाधन विभाग ने तटबंधों की चौकसी बढ़ा दी है।

जिला नियंत्रण कक्ष 24 घंटे सक्रिय : डीएम

जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। उनके स्तर से तैयारियों का नियमित निगरानी किया जा रहा है। फल्गु नदी का जल-स्तर भी घट रहा है। स्थिति नियंत्रण में है। लोगों को अलर्ट किया गया है। जिला नियंत्रण कक्ष (0612-2219810/ 2219234) को भी 24 घंटे सक्रिय रखा गया है। जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र के फोन नंबर 0612-2210118 कोई भी सूचना किसी भी व्यक्ति द्वारा दी जा सकती है।

दनियावां के निमी सलारपुर में जमींदारी बांध टूटा

दनियावां प्रखंड के कई गावों में महात्माइन और लोकाईन नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। शनिवार को निमी सलारपुर में जमींदारी बांध टूट गया। वहीं पानी के दबाव के कारण कई जमींदारी बांध क्षतिग्रस्त हुए हैं। बता दें कि दनियावां प्रखंड में अब तक चार बांध टूट चुके हैं और इससे हजारों एकड़ जमीन जलमग्न हो गया।

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