लालू अध्यक्ष बने तो राजद का पतन निश्चित, बोले विजय सिन्हा; प्रशांत किशोर का तंज-परिवार की पार्टी है तो...
विजय सिन्हा ने कहा कि पार्टी में कोई बेदाग छवि का नेता नहीं है क्या कि एक सजायाफ्ता को बार बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा रहा है।

राष्ट्रीय जनता दल में राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। तय माना जा रहा है कि लालू प्रसाद यादव ही आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे। अब्दुल बारी सिद्दीकी ने इसे साफ कर दिया है। पांच जुलाई को राष्ट्रीय अध्यक्ष का औपचारिक ऐलान किया जाएगा। इस पर राजनीति तेज हो गई है। डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि लालू यादव को अगर फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया तो पार्टी का पतन निश्चित है। जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने तंज कसा है।
लालू यादव फिर से आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने जा रहे हैं, यह सवाल सुनते ही विजय सिन्हा भड़क गए। उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई बेदाग छवि का नेता नहीं है क्या कि एक पंजीकृत सजायाफ्ता को बार बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा रहा है। घोषित अपराधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाना संविधान और लोकतंत्र का अपमान है। यह परिवारवाद की यह राजनीति सही नहीं है। नसीहत दिया कि एक इमानदार और भ्रष्टाचार के आरोपों से मुक्त छवि के नेता को राष्ट्रीय अध्यक्ष पार्टी बनाए नहीं तो पार्टी का वतन निश्चित है।
इधर प्रशांत किशोर का कहना है राजद लालू यादव के परिवार की पार्टी है तो राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन बनेगा। लालू प्रसाद जब तक रहेंगे तक वे बनते रहेंगे और उसके बाद तेजस्वी यादव बनेंगे। प्रशांत किशोर का आरोप है कि राष्ट्रीय जनता दल परिवार से बाहर नहीं निकल सकता। अगर लालू यादव अपने परिवार से बाहर के किसी नेता को सीएम कैंडिडेट घोषित करें तो जन सुराज उनका समर्थन करेगा।
इसके पहले राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा था कि सब यही चाहते हैं कि लालू प्रसाद ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहें। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद पार्टी के सभी कार्यक्रमों ऐक्टिव रहते हैं। राजद में सारे काम उनकी स्वीकृति से ही होती है। वे काम करने की स्थिति में हैं।