बिहार की राजनीति में 'गब्बर' की एंट्री, सम्राट चौधरी ने लालू को बताया विलेन; तेजस्वी को बहस की चुनौती दी
सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद ने सीएम रहते डर पैदा किया। वे बिहार के इतलौते गब्बर हैं। वे जबतक राजनीति में रहेंगे तबतक लोगों को डर लगेगा कि कहीं लालू प्रसाद ना आ जाएं।

विधानसभा चुनाव को लेकर पहले से गर्म बिहार की राजनीति में अब गब्बर की एंट्री हो गई है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा है कि लालू प्रसाद बिहार की राजनीति के एकलौते विलेन हैं। वे बिहार की राजनीति के गब्बर सिंह हैं। लोग इस बात से डरते हैं कि फिर से लालू प्रसाद ना जाएं। सम्राट चौधरी ने तेजस्वी यादव को अपने माता-पिता के कार्यकाल के विकास के आंकड़ों पर बहस करने की चुनौती दी है।
पटना में प्रेस को संबोधित करते हुए सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद ने सीएम रहते डर पैदा किया। 1990 से 2005 तक लोग पलायन किए। उससे पहले या बाद में पलायन नहीं हुए।वे बिहार के इतलौते गब्बर हैं। वे जबतक राजनीति में रहेंगे तबतक लोगों को डर लगेगा कि कहीं लालू प्रसाद ना आ जाएं। उनके राज में बिहार में 12 लाख लोगों को पेंशन मिलता था। आज यह आंकड़ा एक करोड़ के पार है। लालू परिवार में माता, पिता, बेटा, बेटी सब भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। यह बार पूरा देश जानता है कि ये लोग विकास से नहीं बल्कि, भ्रष्टाचार का रिकार्ड बना सकते हैं। तेजस्वी यादव यादव या किसी सदस्य में दम है तो लालू-राबड़ी राज के 15 साल बनाम नीतीश कुमार के 20 साल पर बहस कर लें।
डिप्टी सीएम ने पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार पर तेजस्वी की टिप्पणी पर कहा का लालू प्रसाद टेंशन में चल रहा है कि एनडीए आगे बढ़ रहा है और उनका गठबंधन पीछे खिसक रहा है। जो पिता और परिवार से सीखा है वही कर रहे हैं। उनके परिवार के लोग आर्थिक अपराधी हैं। जो लोग बिहार में विकास को कोसते हैं उन्हें पटना एयरपोर्ट और मेरिन ड्राइव दिखाइए। मोदी जी के सहयोग से नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार आगे बढ़ रहा है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार को औद्योगिक हब बनाने के लिए हमलोग जनता से एक और मौका मांगते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योग लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिनों में बिहार के विकास और लोगों को सुविधाएं देने के लिए कई बड़ी घोषणाएं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है। बिहार के वृद्धिजनों, दिव्यांगजनों और विधवा बहनों को पेंशन देने के लिए राज्य सरकार 13 हजार करोड़ सालाना अब खर्च करेगी। उन्होंने अपील की की पेंशन योजना के लिए नए पत्र लोग आवेदन करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 जून को बिहार को 6000 करोड़ की योजनाओं की सौगात दी है।