पीएम मोदी और सीएम नीतीश पर बिगड़े तेजस्वी यादव के बोल, बीजेपी-राजद आमने सामने
पीएम मोदी के बिहार दौरे पर अपनी बात कहते तेजस्वी यादव के बोल बिगड़ गए। उन्होंने पीएम और सीएम पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। इस पर बीजेपी और राजद आमने-सामने आ गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बिहार आए और सीवान में जनसभा को संबोधित किया। उनके जाते ही बिहार में सियासत सुलग गई। राजद सुप्रीमो लालू यादव ने वेदर फॉरकास्ट के बहाने पीएम मोदी पर जुबानी हमला बोला। लेकिन उनके बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लालू से कई कदम आगे निकल गए। आनन फानन में प्रेस को बुलाकर तेजस्वी ने ऐसी बात कह दी कि बीजेपी और राजद आमने सामने आ गई।
बिहार से पीएम के प्रस्थान के बाद पटना में तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बड़ी घटनाओं पर मौके पर नहीं जाते, शहीद के परिजनों से मिलने नहीं जाते लेकिन मोदी जी के मंच पर चले जाते हैं। सीवान में सरकारी कार्यक्रम था या राजनीतिक कार्यक्रम था। जब भी पीएम आते हैं तो करीब 100 करोड़ खर्च होता है जो बिहार के पॉकेट का होता है। इस आयोजन से पहले इंतजाम करने के लिए सम्राट चौधरी पांच बार हेलिकॉप्टर से गए और आए। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को विवादित बयान दिया।
राजद प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में तेजस्वी ने कहा कि पीएम जब भी बिहार आते हैं तो सौ करोड़ खर्च होता है। इसलिए पीएम जब अगली बार बिहार आएं तो वे अपना खर्च बताएं। उनको बताना चाहिए कि उनके पॉलिटिकल रैली से बिहार के लोगों पर कितना खर्चा बढेगा। उनको बिहारवासियों को बताना चाहिए कि मैं आ रहा हूं, आपका पॉकेट...। पीएम इसके अलावा और क्या कर रहे हैं। हमलोंगों को पॉकेट... पीएम और अचेत सीएम नहीं चाहिए। इस बार बिहार की जनता इनको जवाब देने का काम करेगी।
तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा विश्व की सबसे अमीर पार्टी है। लेकिन चुनावी रैली का खर्च देश के सबसे गरीब राज्य पर डालते हैं। लोगों को शौचालय नहीं दे रहे, नौकरी नहीं दे रहे। वेतन देने के पैसे नहीं हैं। लेकिन रैली पर बिहार के खजाने पर बोझ डाला जाता है। 11 साल में मोदी जी बिहार में एक भी चीनी मिल नहीं लगा पाए या चालू नहीं करा पाए। लेकिन तेजस्वी ने 17 माह में रीगा चीनी मिल शुरू करा दिया। पीएम ने अपने भाषण में डेवलपमेंट के बारे में कुछ नहीं बोला लेकिन झूठ और जुमलों की बारिश हुई। मुझे और मेरे परिवार को गाली देने का काम किया। तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार को बिहार के लोग ही चलाएंगे, कोई बाहर का आदमी नहीं। बिहार के लोग देश को चलाते हैं। एक सवाल के जवाब में कहा कि लालू जी ने बाबा साहेब का अपमान नहीं किया। पार्लियामेंट में बाबा साहेब की बेइज्जती हुई तो कहां थे पीएम। अपने दुलरुआ गृह मंत्री पर कुछ क्यों नहीं बोलते हैं।
तेजस्वी यादव के बयान पर घमासान छिड़ गया है। बीजेपी नेता प्रेम रंजन पटेल ने तेजस्वी यादव की भाषा को अमर्यादित बताया है तो राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बचाव किया है। बीजेपी नेता ने कहा है कि तेजस्वी यादव की मानसिक स्थिति बिगड़ गई है। सीएम बनने का सपना टूट रहा है तो अभद्र भाषा बोल रहे हैं। उन्हें मानसिक अस्पताल में इलाज करना चाहिए। अगर खुद नहीं करा सकते तो हम लोग करवा देंगे। प्रेमरंजन पटेल ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव खुद आर्थिक अपराधी हैं। बिहार की जनता उनको लगातार नकार रही है। लालू जी रेलमंत्री रहते हैं और तेजस्वी यादव के नाम से जमीन लिखा जाता है। जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा है कि तेजस्वी यादव ने अपना संस्कार दिखाया है।
इधर मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कुछ ऐसा नहीं कहा जो आपत्तिजनक हो। उनका कहना है कि जनता के पॉकेट को खाली किया जा रहा है। जो वादा पीएम ने किया उसे पूरा नहीं किया गया उसका हिसाब मांग रहे हैं। जनता परेशान है। इसी पर तेजस्वी जी ने सवाल खड़ा किया है।