जहानाबाद के बैराज से छोड़े गए पानी से उफान पर फल्गू नदी, नालंदा के 3 प्रखंड में बाढ़ जैसे हालात, NDRF तैनात
जहानाबाद के उदेरास्थान बराज से पानी छोड़े जाने के बाद से उफनाई फल्गू नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। जिसके चलते नालंदा के 3 प्रखंडों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। आपदा विभाग ने बचाव और राहत का कार्य तेज कर दिया है।

बिहार की फल्गू नदी में आई बाढ़ से नालंदा जिले के तीन प्रखंडों में बाढ़ का पानी फैल गया है। जहानाबाद के उदेरास्थान बराज से पानी छोड़े जाने के बाद यह स्थिति उत्पन्न हुई। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार राहत बचाव कार्य शुरू है। एनडीआरएफ की दो बटालियन को नालंदा में तैनात किया गया है। प्रभावितों के बीच राशन पैकेट का वितरण किया गया है। एक तरफ राज्य में मॉनसून पूरी तरह एक्टिव हो गया है। वहीं दूसरी तरफ उदेरास्थान बराज से गुरुवार को 73,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिससे फल्गू नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया।
फल्गू नदी अपने रौद्र रूप में दिख रही है जिसके चलते नालंदा के एकंगरसराय, हिलसा और करया परसुराय ब्लॉक में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। नदी का पानी नालंदा के पश्चिमी इलाकों से होकर गुजर रहा है। जिसका प्रभाव बीती रात से ही दिखने लगा था। तटबंध में कटाव से गांव की सड़क बह गई। मुख्य सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई है। जिसके चलते संपर्क मुख्य मार्ग से टूट गया है। खेतों में नदी का पानी घुस गया है। ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं एनडीआरएफ लोगों की मदद में जुटी हुई है। बाढ़ राहत शिविर में पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था, मेडिकल कैंप की स्थापना, पशु चिकित्सा शिविर, सूखा राशन का वितरण, पॉलिथीन शीट्स का वितरण और सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की गई है। इससे पहले शुक्रवार को गया जी की फल्गु नदी में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में मानपुर पुल के नीचे सो रहे 12 लोग बहते-बहते बच गए। पानी में घिरे लोग फल्गु की तेज धारा देख चिल्लाने लगे। जिसके बाद आसपास के लोग पहुंचे, और फोन कर आसपास के तैराकों को बुलाया। कुछ देर बाद एसडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई। जिसके सकुशल सभी लोगों को बचा लिया गया।