झारखंड से छोड़े गए पानी से उफान पर सोन नदी, कई लोग डूबने से बचे; सासाराम में बाढ़ जैसे हालात
झारखंड से छोड़े गए पानी से सासाराम में सोन नदी का जलस्तर अचानक तेजी से बढ़ गया। और बाढ़ जैसा नजारा दिखने लगा। इस दौरान आधा दर्जन लोग डूबने से बच गए। हालांकि कई लोग सोनडीला पर फंसे हुए हुए हैं। जिन्हें निकालने की कवायद जारी है।

सासाराम जिले के नौहट्टा थाना क्षेत्र में गुरूवार की दोपहर सोन नदी का जलस्तर एकाएक बढ़ गया, जिससे आधा दर्जन से अधिक लोग डूबने से बाल-बाल बच गए। जानकारी के अनुसार, झारखंड में अधिक बारिश होने के कारण उत्तरी कोयल नदी से काफी मात्रा में पानी सोन में आ गया था। गढ़वा जिले के मोहम्मदगंज बराज पर दबाव अचानक बढ़ गया। मोहम्मदगंज बराज से दोपहर डेढ़ बजे के आसपास ढ़ाई लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। पानी अचानक छोड़ते ही सोन में एकाएक बाढ़ का दृश्य हो गया।
बताया जाता है कि बांदू गांव के नीचे सोन नदी दो भागों में बंटी है। एक भाग झारखंड की ओर में पानी बह रही है। जबकि बिहार की ओर की दूसरी धारा में पानी फरवरी महीने में ही सूख गई थी। वहीं दोनों भागों के बीच में सोनडीला है, जिस पर सैकड़ों लोग खेती करते है। बाढ़ का पानी सोनडीला पर अधिक आ जाने पर बहुत कम मात्रा में चढ़ता है। वहीं गुरूवार को सूखी धारा में भी तेजी से पानी बढ़ने लगा। बेलौंजा के रामनाथ बैठा भैंस लेकर सोन पार कर रहे थे। सोन की तेज धारा में भैंस के साथ रामनाथ बहने लगे। किसी तरह उन्होंने जान बचाई।
वहीं राजनाथ चौधरी भी पैदल सोन पार कर रहे थे। अचानक 10 फीट सोन में पानी आ गया। तैरते हुए आधा किलोमीटर दूर जाकर सोन से बाहर निकले। देवीपुर में एक दर्जन से अधिक जुगाड़ गाड़ी सोन में ही थी। सभी गाड़ी को किसी तरह सोन के ऊपर लाया गया। दूसरी धारा में अभी 15 फीट पानी बह रहा है। जबकि दोपहर दो बजे तक सोन सूखी थी। सोन में बाढ़ आ जाने के कारण मूंग तोड़ने वाली दर्जनों महिलाओं के साथ कई लोग सोनडीला पर फंस गये।
आपको बता दें मूंग की फसल सोनडीला पर पहले तैयार हो गई है। मूंग तोड़ने के लिए बेलौंजा, दारानगर, पीढ़ापाठ आदि गांवों की दर्जनों महिलाएं पिछले चार दिनों से सोन डीला पर जा रही थीं। गुरूवार को भी मूंग तोड़ने गयी थी। लेकिन दोपहर ढाई बजे के आस-पास सोन में अचानक पानी भर गया। जिसके कारण महिलाएं फंस गईं। सोनडीला से जो लोग दारानगर व रोहतास में दैनिक सामग्री लेने आए थे, वे भी फंसे हुए हैं। नाव भी बिहार की धारा में नहीं है।
जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार सिंह ने बताया कि मोहम्मदगंज बराज से करीब ढाई लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। देर शाम तक पानी इंद्रपुरी पहुंचने की उम्मीद है। सीओ हिंदुजा भारती ने बतायी कि मामले की सूचना नहीं थी। फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने के लिए नाव की व्यवस्था की जाएगी।