कब से शुरू होगा आषाढ़ का महीना? जानें इस माह के व्रत-त्योहार
Kab se shuru hai Ashadha 2025: आषाढ़ माह में भगवान शिव, विष्णु के अलावा मां लक्ष्मी और सूर्य देव की पूजा होती है। इस वर्ष आषाढ़ माह का महत्व ग्रहों के गोचर के कारण भी काफी बढ़ रहा है।

Kab se shuru hai Ashadha 2025, कब से शुरू होगा आषाढ़ का महीना: हिन्दू कैलेंडर का चौथा महीना आषाढ़ 12 जून से शुरू हो रहा है। आषाढ़ माह में भगवान शिव, विष्णु के अलावा मां लक्ष्मी और सूर्य देव की पूजा होती है। इस वर्ष आषाढ़ माह का महत्व ग्रहों के गोचर के कारण भी काफी बढ़ रहा है। इस वर्ष आषाढ़ माह में सूर्य ग्रह का मिथुन राशि में, बुध ग्रह का कर्क राशि में और शुक्र ग्रह का वृषभ राशि में गोचर हो रहा है। इसके कारण इन राशियों के जातकों पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।
ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा के बाद आषाढ़ माह की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत होगी। ज्येष्ठ माह की शुक्ल पक्ष पूर्णिमा 10 जून सुबह 11.35 बजे से 11 जून दोपहर 1.13 बजे तक रहेगा। इसके बाद आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू हो जाएगी। प्रतिपदा तिथि 12 जून दोपहर 2.38 बजे तक रहेगी, लेकिन उदया तिथि के कारण आषाढ़ माह 12 जून से शुरू माना जाएगा और इसका समापन 10 जुलाई को होगा। इस माह में हिन्दू धर्म के कई पर्व-त्योहार पड़ रहे हैं।
जगन्नाथ रथयात्रा- इस माह में 27 जून को जगन्नाथ रथयात्रा होगी। प्रत्येक वर्ष जगन्नाथ रथयात्रा के तर्ज पर पटना में अंतरराष्ट्रीय श्रीकृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) की ओर से रथयात्रा का आयोजन होता है। इस्कॉन के नंद गोपाल दास बताते हैं कि इस वर्ष 27 जून को ही पटना में भी रथयात्रा होगी।
भगवान श्रीहरि जाएंगे योग निंद्रा में- प्रत्येक वर्ष आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि में भगवान श्रीहरि चार महीने के लिए योग निंद्रा में चले जाते है। इस वर्ष देवशयनी एकादशी 06 जुलाई को विशाखा और अनुराधा नक्षत्र में पड़ रहा है। भगवान विष्णु के योग निंद्रा में जाने के बाद उनके उठने तक शादी-विवाह का कोई मुहूर्त नहीं पड़ता है।
2025 की दूसरी गुप्त नवरात्रि: साल की दूसरी गुप्त नवरात्रि (आषाढ़ गुप्त नवरात्रि) 26 जून से 4 जुलाई के बीच पड़ रही है। इस दौरान शक्ति के साधक गुप्त रूप से मां शक्ति की आराधना व पूजा करेंगे।
जानें इस माह के व्रत-त्योहार
- 14 जून - संकष्टी गणेश चतुर्थी
- 15 जून - मिथुन संक्रांति
- 21 जून - योगिनी एकादशी
- 23 जून - प्रदोष व्रत, मास शिवरात्रि
- 24 जून - रोहिणी व्रत
- 25 जून - अमावस्या, आषाढ़ अमावस्या
- 26 जून - गुप्त नवरात्रि आरंभ, चंद्र दर्शन
- 27 जून - जगन्नाथ रथयात्रा
- 06 जुलाई - आषाढ़ी एकादशी, देवशयनी एकादशी
- 08 जुलाई - भौम प्रदेाष व्रत, जया पार्वती व्रत प्रारंभ
- 10 जुलाई - पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा, व्यास पूजा, सत्य व्रत
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।