Ashadha Amavasya: अमावस्या तिथि एक दिन पहले ही लग गई है। मंगलवार शाम 06 बजकर 59 मिनट पर शुरू हो गई है और 25 जून बुधवार शाम 04 बजकर 02 मिनट पर समाप्त होगी।ऐसे में जानें इस दिन क्या उपाय करने चाहिए, जिससे पितृ भी प्रसन्न हो और तरक्की मिलें
आषाढ़ अमावस्या इस साल 25 जून को होगी। यह अमावस्या आषाढ़ मास के दिन मनाई जाती है। इस दिन स्नान और दान का बहुत महत्व होता है। इसे हलहारिणी अमावस्या कहते हैं। इस अमावस्या पर भगवान शिव की पूजा का विधान है। आइए जानें इस दिन कहां दीप जलाना चाहिए 2
आषाढ़ मास ‘चातुर्मास’ की शुरुआत का प्रतीक है। यह समय तपस्वियों, संन्यासियों के लिए एक स्थान पर ठहरकर अनुशासन के साथ आत्मचिंतन और साधना का काल होता है। भारतीय वैदिक परंपरा में समय को केवल भौतिक नहीं,
Kab se shuru hai Ashadha 2025: आषाढ़ माह में भगवान शिव, विष्णु के अलावा मां लक्ष्मी और सूर्य देव की पूजा होती है। इस वर्ष आषाढ़ माह का महत्व ग्रहों के गोचर के कारण भी काफी बढ़ रहा है।
Guru Purnima Wishes, Images and SMS: हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा का दिन बहुत खास माना गया है। इस दिन लोग अपने गुरुओं को इस दिन की बधाई देते हैं और उनका आशीष लेते हैं। आप भी इन बेस्ट मैसेज से भेजें गुरु पूर्णिमा की बधाई-
Guru Purnima Wishes 2024 in Hindi: गुरु पूर्णिमा का दिन गुरु व शिष्यों के लिए खास होता है। इस दिन शिष्य गुरुओं के प्रति अपना सम्मान जाहिर करते हैं और इस दिन की शुभकामनाएं देते हैं। आप भी इन 10 चुनिंदा मैसेज से दें गुरु पूर्णिमा की बधाई-
Guru Purnima 2024 kab hai: हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है। जानें गुरु पूर्णिमा कब है और इस दिन का महत्व, पूजा विधि व स्नान-दान का मुहूर्त:
destructive ashadh krishna pakshaशास्त्रों के अनुसार इस 13 दिन के पक्ष को विश्व शस्त्र पक्ष भी कहा जाता है। उस तरह का पक्ष बड़ा अशुभ फल प्रदायक माना जाता है।