कथावाचक कांड पर सीएम योगी सख्त, इटावा की जगह झांसी पुलिस को सौंपी जांच
इटावा बवाल और कथावाचक कांड को लेकर सीएम योगी सख्त हो गए हैं। पूरे मामले की जांच इटावा पुलिस से छीनकर झांसी पुलिस को सौंप दी गई है। कथावाचक से मारपीट, नाक रगड़वाने के मामले के साथ ही यजमान के आरोपों की भी जांच झांसी पुलिस करेगी।

इटावा में कथावाचक कांड के बाद जातीय संघर्ष को लेकर सीएम योगी सख्त हो गए हैं। कथावाचक से मारपीट और उसके बाद यजमान की तरफ से दर्ज कराई गई शिकायतों को लेकर योगी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। पूरे मामले की जांच इटावा पुलिस से छीनकर झांसी पुलिस को दे दी है। भागवताचार्य से मारपीट, सिर मुड़वाने, नाक रगड़वाने और मुख्य यजमान की ओर से जाति छिपाकर कथा कहने व दो-दो आधार कार्ड रखने के मामले में दर्ज कराई गई रिपोर्ट की जांच अब झांसी पुलिस करेगी।
वहीं, दांदरपुर गांव में भागवताचार्यों से अभद्रता से नाराज होकर गुरुवार को आगरा-कानपुर हाईवे जाम कर पुलिस पर पथराव करने के आरोप में 20 नामजद और 150 अज्ञात लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। नामजद 19 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इनमें से एक कॉलेज का प्रधानाचार्य और तीन शिक्षक भी हैं। वहीं प्रदर्शन के लिए लोगों को उकसाने वाला मास्टरमाइंड मेरठ निवासी गगन यादव फरार है।
दांदरपुर गांव में 21 जून को भागवताचार्यों मुकुट मणि यादव और संत सिंह यादव के सिर मुड़वाने और नाक रगड़वाने से खफा मेरठ निवासी इंडियन रिफार्म्स आर्गनाइजेशन के संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष गगन यादव ने बुधवार को प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसी के चलते गुरुवार को आसपास के चार-पांच जिलों के यादव समाज के लोग बकेवर थाने पहुंचे थे। हाईवे पर जाम लगाने के बाद जमकर नारेबाजी की थी। इसके बाद दांदरपुर गांव पहुंचकर भी प्रदर्शन किया था।
यहां पुलिस पर पथराव करते हुए एक जीप के शीशे तोड़ दिए थे। लोगों को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठी पटकने के साथ ही दो राउंड हवाई फायरिंग की थी। इसके बाद 19 लोगों को मौके से गिरफ्तार किया गया था। मामले में बकेवर थाना प्रभारी भूपेंद्र राठी की तहरीर पर गगन यादव समेत 20 को नामजद करते हुए 150 अज्ञात लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। पुलिस गगन यादव की सरगर्मी से तलाश करने के साथ ही वीडियो और फोटो के माध्यम से अज्ञात लोगों की भी पहचान करने में जुट गई है।