गोरखपुर में सपा नेताओं का भाजपाइयों ने बुलडोजर से रोका रास्ता, जमकर नोकझोंक
गोरखपुर में तोड़फोड़ से पीड़ित दुकानदारों से मिलने पहुंचे सपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल का भाजपा नेताओं ने जबरदस्त विरोध किया। बुलडोजर लगाकर उनका रास्ता रोक दिया गया। इस दौरान दोनों दलों और कार्यकर्ताओं में जमकर नोकझोंक और छीना झपटी हुई। पुलिस मूकदर्शक बन देखती रही।

गोरखपुर के विरासत गलियारे में सड़क चौड़ीकरण के नाम हो रहे तोड़फोड़ पर राजनीति अब गरमाने लगी है। बुधवार को समाजवादी पार्टी के नेता पीड़ित दुकानदारों से मिलने पहुंचे तो भाजपा नेताओं ने जबरदस्त विरोध किया। नॉर्मल तिराहे पर भाजपाइयों ने समाजवादी पार्टी के काफिले को बुलडोजर लगाकर रोक दिया। इसकी अगुवाई भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता कर रहे थे। इससे दोनों दलों के कार्यकर्ता और नेता आमने सामने आ गए। भाजपाइयों ने सपा कार्यकर्ता और उनके प्रतिनिधिमंडल को आगे नहीं बढ़ने दिया। इस दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव की अगुवाई में चार सदस्यीय समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित व्यापारियों से मुलाकात करने पहुंचा था। समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जमकर धक्का मुक्की हुई। छीना झपटी हुई। कुछ उग्र भाजपा कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी के काफिले के एक गाड़ी का शीशा तोड़ दिया। यह गाड़ी विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष के काफिले की थी।
बताया जाता है कि इस हंगामें की सूचना लखनऊ तक पहुंच गई। इसके बाद हड़कंप मच गया। विधानसभा और विधान परिषद के दोनों प्रतिपक्ष के नेता नॉर्मल तिराहे पर धरने पर बैठ गए। उनके समर्थन में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी धरने पर बैठ गए। इस मामले में तूल बढ़ता देख प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि यह सब मुख्यमंत्री के शहर में हो रहा है। यह लोकतंत्र की हत्या है। सत्ता में बैठे कुछ निरंकुश लोगों के इशारे पर ऐसा हो रहा है। वह पीड़ितों से विपक्षी दलों को मिलने नहीं दे रहे हैं। यहां व्यापारियों का उत्पीड़न हो रहा है। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने कहा कि सपा प्रतिनिधि मंडल का कुछ व्यापारियों द्वारा विरोध किया गया। पुलिस द्वारा शांति व्यवस्था कायम कराया गया।
एक घंटे चला हाई वोल्टेज ड्रामा
यह हाई वोल्टेज ड्रामा करीब एक घंटे तक चला। इस दौरान कुछ नेताओं के कुर्ते भी फट गए। चश्मा टूट गया। धक्का मुक्की के दौरान माहौल गर्म हो गया। मौके पर मौजूद पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों को समझ में नहीं आ रहा था कि वह इसमें बीच बचाव कैसे करें। बताया जाता है कि लखनऊ से निर्देश मिलने के बाद भाजपाई बैकफुट पर आए हैं। उसके बाद सपा के प्रतिनिधिमंडल को पांडेय हाता होते हुए आगे जाने का रास्ता दिया गया।
काफिले पर भाजपाइयों का हमलाः सपा
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर गोरखपुर में व्यापारियों का दुख जानने आए हैं। विरासत गलियारे के प्रताड़ित व्यापारियों को मुआवजा मिलना चाहिए था। यहां काफिले पर भाजपाइयों ने हमला कर दिया। काफिले के रास्ते को बुलडोजर से रोका। इस दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
मुआवजा के नाम पर सपा कर रही राजनीतिः भाजपा
वहीं, भाजपा विधायक विपिन सिंह ने कहा कि व्यापारियों का सर्वाधिक उत्पीड़न सपा के शासनकाल में हुआ है। सपा विरासत गलियारा में मुआवजा के नाम पर राजनीति कर रही है। मुख्यमंत्री को खुद व्यापारियों की चिंता है। बीते शनिवार को मुख्यमंत्री ने रात के साढ़े नौ बजे व्यापारियों से मिलकर उनकी बातों को सुना था। खुद मैं और पूर्व महानगर अध्यक्ष अधिकारियों को लेकर व्यापारियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं। मुआवजा दिया जा रहा है। व्यापारियों का उत्पीड़न करने वाली सपा को विरासत गलियारा के नाम पर राजनीति नहीं करने दिया जाएगा।