ना हाता भाता, ना पीडीए लुभाता; गोरखपुर में सपा नेताओं को रोकने पर भड़के अखिलेश
गोरखपुर में तोड़फोड़ से पीड़ित दुकानदारों से मिलने जा रहे सपा नेताओं को भाजपा नेताओं और कार्यकर्ता द्वारा रोकने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव भड़क गए हैं। उन्होंने एक बार फिर पूरे मामले को 'हाता नहीं भाता' से जोड़ दिया है। हाता हरिशंकर तिवारी का घर है, जिनसे योगी की लंबे समय तक अदावत चलती रही है।

गोरखपुर में तोड़फोड़ से पीड़ित दुकानदारों से मिलने जा रहे समाजवादी पार्टी के नेताओं और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय का रास्ता रोकने से सपा प्रमुख अखिलेश यादव भड़क गए हैं। उन्होंने इसे अराजकता का राज करार दिया है। कहा कि लोकतंत्र में राजनीतिक दलों के जन संपर्क और जन समस्याओं की सुनवाई पर सत्ता संरक्षित अराजकत्वों का इस तरह से हमला घोर निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इन पर दंडात्मक कार्रवाई हो अन्यथा माना जाएगा कि हाता नहीं भाता और पीडीए नहीं लुभाता का ऐसा प्रकरण है जिसके पीछे सोची-समझी साजिश रची गई थी।
गोरखपुर के विरासत गलियारे में सड़क चौड़ीकरण के नाम हो रहे तोड़फोड़ से पीड़ित दुकानदारों से मिलने बुधवार को समाजवादी पार्टी के नेता पहुंचे तो भाजपा नेताओं ने जबरदस्त विरोध किया। नॉर्मल तिराहे पर भाजपाइयों ने समाजवादी पार्टी के काफिले को रोक दिया। इसकी अगुवाई भाजपा के महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता कर रहे थे। भाजपाइयों ने सपा कार्यकर्ता और उनके प्रतिनिधिमंडल को आगे नहीं बढ़ने दिया। अखिलेश यादव ने भाजपा के इस एक्शन को असमाजिक तत्वों का हमला करार दिया है।
अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि गोरखपुर के दौरे के दौरान, उप्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व वरिष्ठ समाजवादी नेता माता प्रसाद पांडेय और लाल बिहारी यादव पर असामाजिक तत्वों का हमला घोर निंदनीय है। अखिलेश ने कहा कि यदि लोकतंत्र में राजनीतिक दलों के जन संपर्क एवं जन समस्याओं की सुनवाई पर सत्ता संरक्षित अराजकतत्वों तत्वों द्वारा प्राणघातक प्रहार होगा तो ये अराजकता का राज ही कहलाएगा। अखिलेश ने कह भी कहा कि आरोपियों के विरुद्ध पक्षपातहीन कठोर दंडात्मक कार्रवाई हो अन्यथा ये माना जाएगा कि ये ‘हाता नहीं भाता और पीडीए नहीं लुभाता’ का एक ऐसा प्रकरण है जिसके पीछे सोची-समझी साज़िश रची गयी थी।
गौरतलब है कि गोरखपुर के बाहुबली विधायक हरिशंकर तिवारी के घर को हाता कहते हैं। हरिशंकर तिवारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच पुरानी अदावत चली आ रही है। प्रदेश में योगी की सरकार बनने पर हाता में पुलिस का एक्शन भी हुआ था। उनके परिवार वालों पर भी शिकंजा कसा गया था। अखिलेश अक्सर हाता का उल्लेख कर हरिशंकर तिवारी की याद दिलाते हैं और सीएम योगी का नाम लिए बगैर उन पर हमला करते हैं।