अब तो जागो सरकार ओवरब्रिज पर हो रहे हादसे ले रहे जान
शहर में रहने वाली जाम की समस्या से लोगों को निजात दिलाने के लिए शहर के तालाब चौराहा पर ओवरब्रिज का निर्माण कराया गया था, ओवरब्रिज निर्माण के बाद लोगों को काफी हदतक जाम की समस्या से तो निजात मिल गई है, लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही और अनदेखी के चलते ओवरब्रिज पर हादसे बढ़ गए हैं।
ओवरब्रिज पर आए दिन लोग अलग-अलग हादसों में घायल होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। लेकिन इन हादसों को रोकने और ओवरब्रिज पर होने वाले हादसों की रोकथाम के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। शनिवार को हिन्दुस्तान के अभियान ‘बोले हाथरस’ के तहत टीम ने शहर के अलीगढ़ रोड पर ओवरब्रिज के निकट लोगों से संवाद किया।
शहर के मुरसान गेट निवासी मुकेश गर्ग और राजीव शर्मा ने बताया कि शहर का तालाब चौराहा एक प्रमुख चौराहा है। आगरा-अलीगढ़ व मथुरा-बरेली मार्ग को एक-दूसरे से जोड़ता है। पूर्व इस चौराह पर काफी जाम की समस्या बनी रहती थी। शहर के लोगों द्वारा लंबे समय से तालाब चौराहा से गुजरने वाली पूर्वोत्तर रेलवे के मथुरा-कासगंज रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज का निर्माण कराए जाने की मांग की गई। कुछ साल पहले सरकार ने इस मांग को पूरा करते हुए तालाब चौराह पर ओवरब्रिज का निर्माण कराया। ओवरब्रिज बनने के बाद शहर से अलीगढ़ रोड और अलीगढ़ रोड शहर के अंदर आने वाले राहगीरों को जाम की समस्या से बड़ी राहत मिली है। लेकिन इस ओवरब्रिज पर अनदेखी और लापरवाही के चलते हादसे भी बढ़ गए हैं। आगरा रोड निवासी सुधीर शर्मा और सचिन उपाध्याय ने बताया कि ओवरब्रिज निर्माण के दौरान कहीं न कहीं अनदेखी की गई। जिसके चलते इस ओवरब्रिज पर आज हादसे बढ़ते जा रहे हैं और हादसों की संख्या समय के साथ बढ़ती जा रही है। ओवरब्रिज के दौरान नीचे उतरने के दौरान कहीं भी कोई सांकेतिक बोर्ड नहीं लगा हुआ है। जिसके चलते वाहन चालक को वाहन मोड़ने के दौरान दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वाहन कितनी स्पीड में चलाएं इसे लेकर कहीं भी कोई स्पीड लिमिट लिखा बोर्ड नहीं है। जिसके चलते पूरे दिन ओवरब्रिज पर तेजी गति के साथ वाहन दौड़ते रहते हैं। जिसके चलते हर समय हादसे की संभावना बनी रहती हे। आए दिन हादसे भी रहे हैं। बीते दिनों शहर के अलीगढ़ रोड निवासी एक स्कूटी सवार छात्र उस समय ओवरब्रिज पर हादसे का शिकार हो गया था। जब वह स्कूटी से ओवरब्रिज से गुजर रहा था। इसी दौरान उसकी स्कूटी फिसल गई थी। इससे छात्र गंभीर रूप से चोटिल हो गया था। आनन-फानन उसे उपचार के लिए शहर के बागला संयुक्त जिला अस्पताल की इमरजेंसी में ले जाया गया था। वहां चिकित्सक ने छात्र को मृत घोषित कर दिया था। इसके अलावा आए दिन ओवरब्रिज पर तेज रफ्तार कार व अन्य बड़े वाहनों की चपेट में आने से बाइक सवार और पैदल राहगीरों के साथ हादसे हो रहे हैं। साथ ही ओवरब्रिज पर पतंग के मांझे की चपेट में आने से भी बाइक और स्कूटी सवार आए दिन घायल हो रहे हैं। आए दिन हो रहे हादसों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। लोगों की मांग है कि जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान दें और जल्द से जल्द ओवरब्रिज पर लोग सुरक्षित यात्रा कर सकें इसके लिए कदम उठाएं।
चार प्रमुख शहर को जोड़ता है तालाब चौराहा
हाथरस का तालाब चौराहा एक प्रमुख चौराहा है। जो शहर के बीचों-बीच स्थित है। आगरा-अलीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग और पूर्वोत्तर रेलवे के कासगंज-मथुरा रेलवे ट्रैक के बीच में पड़ने वाला चौराहा है। तालाब चौराह पड़ोसी जिले आगरा-अलीगढ़, मथुरा और कासगंज को एक-दूसरे से जोड़ता हैं। चौराह पर हर दिन हजारों की संख्या में यात्री और राहगीर गुजरते हैं। रात हो या दिन इस चौराह पर हर समय लोगों की चहल-पहल रहती है।
जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए हुआ ओवरब्रिज का निर्माण
किसी समय शहर के तालाब चौराहा पर हर समय जाम की गंभीर समस्या बनी रहती थी। सर्दियों से लेकर गर्मियों के दिनों में यहां से गुजरने वाले राहगीरों को जाम की समस्या से दो-चार होना पड़ता था। इसकी मुख्य वजह है कि एक तो चौराह से हजारों की संख्या में हर दिन वाहनों का गुजरना दूसरा पूर्वोत्तर रेलवे के कासगंज-मथुरा रेलवे ट्रैक के तालाब चौराहा रेलवे क्रॉसिंग होना। जिसके चलते यहां हर समय जाम की समस्या बनी रहती थी। शहर के लोगों द्वारा कई सालों से तालाब चौराह पर जाम की समस्या से निजात दिलाए जाने के लिए ओवरब्रिज का निर्माण कराए जाने की मांग की जा रही थी। इस पर प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा ओवरब्रिज का निर्माण कराया गया। तब कहीं जाकर लोगों को जाम की समस्या से निजात मिली।
जाम से मिली निजात, लेकिन हादसे बढ़ा रहे चिंता
शहर के तालाब चौराहा पर ओवरब्रिज बनने के बाद शहर के लोगों को जाम की समस्या से भले ही निजात मिल गई हो, लेकिन ओवरब्रिज पर आए दिन हो रहे हादसों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। तेज रफ्तार कार व बड़े वाहनों की चपेट में आने से बाइक और स्कूटी सवार लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। बीते दिनों ओवरब्रिज पर स्कूटी फिसलने से एक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया था। परिजन उसे इलाज के बागला जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। वहां चिकित्सक ने छात्र को मृत घोषित कर दिया था। इसके अलावा आए दिन पतंग के मांझे की चपेट में आने से बाइक और स्कूटी सवार भी घायल हो रहे हैं।
स्पीड लिमिट और वाहन टर्न के लिए नहीं सांकेतिक बोर्ड
तालाब चौराहा स्थित ओवरब्रिज पर आए दिन होने वाले हादसे की कई वजह हैं। जिसमें मुख्य तौर पर ओवरब्रिज पर कहीं भी ऐसा कोई बोर्ड नहीं लगा हुआ जिसमें यह लिखा हुआ हो कि वाहन कितने स्पीड में चलाएं। जिसका वाहन चालक जमकर फायदा उठाते हैं और तेज रफ्तार के साथ ओवरब्रिज के ऊपर वाहनों को दौड़ाते हैं। ओवरब्रिज के आगरा रोड स्थित कोतवाली सदर के सामने और अलीगढ़ रोड स्थित श्याम प्रैस के सामने कहीं भी वाहनों के टर्न करने के लिए कोई भी बोर्ड नहीं लगा हुआ है। जिससे की वाहन चालकों को आसानी से पता चला सके कि उन्हें किस ओर जाना है। यहीं वजह है कि आए दिन हादसे हो रहे हैं।
ओवरब्रिज के निर्माण में अनदेखी का आरोप
तालाब चौराहा स्थित ओवरब्रिज के निर्माण कार्य शुरु होने से ही लोग अनदेखी का आरोप लगाते रहे हैं। लोगों का आरोप हैं कि ओवरब्रिज निर्माण शुरु होने से पहले जो लंबाई बताई गई तो उसे घटाकर कम कर दिया गया। साथ ही लंबाई कम किए जाने के साथ अलीगढ़ और आगरा रोड पर दोनों ही स्थानों पर ओवरब्रिज को इस जगह नीचे उतारा गया है। जहां आसानी से वाहनों को मोड़ा नहीं जा सकता है। यहीं वजह है कि वाहन स्वामितयों को पुल से नीचे उतरते समय दोनों ही स्थानों पर वाहन उतारने के दौरान काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
शिकायत और सुझाव:
ओवरब्रिज पर कहीं भी नहीं लिखे स्पीड लिमिट बोर्ड
ओवरब्रिज के दोनों साइड पर वाहन टर्न करने के लिए नहीं हैं बोर्ड।
ओवरब्रिज के दोनों साइड खुला होने की वजह से पतंग के मांझे से हो रहे हादसे।
वाहन स्वामियों को होने वाली दिक्कत को देखते हुए अधिकारियों ने निरीक्षण किया।
सुझाव:
ओवरब्रिज पर स्पीड लिमिट के बोर्ड लगवाए जाएं।
ओवरब्रिज पर वाहनों के टर्न वाले स्थान पर बोर्ड लगवाए जाएं।
ओवरब्रिज के खुली साइड को खुली जाली से कवर कराया जाए।
ओवरब्रिज के दोनों साइड ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाए। जिससे की आसानी से यातायात चलें।
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