पनवेल से गोरखपुर जा रही ट्रेन के स्लीपर कोच में घुसी भीड़, दम घुटने से यात्री की मौत
पनवेल से गोरखपुर जा रही ट्रेन के स्लीपर कोच में यात्रियों की इस कदर भीड़ घुस गई कि गर्मी में अधेड़ का दम घुट गया। कानपुर स्टेशन पर शव उतारकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पनवेल एक्सप्रेस में घटना के बाद हड़कंप मच गया है।

गर्मियों की छुट्टी के कारण ट्रेनों में भीड़ चल रही है। उधर,पनवेल से गोरखपुर जा रही ट्रेन में शनिवार को हाहाकार मच गया। स्लीपर कोच में यात्रियों की इस कदर भीड़ घुस गई कि गर्मी में अधेड़ का दम घुट गया। कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर शव उतारकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पनवेल एक्सप्रेस में घटना के बाद हड़कंप मच गया है।
एस-2 कोच के यात्रियों ने रेलवे के डॉक्टर को बताया कि झांसी से स्लीपर डिब्बे में 50-60 यात्री सवार हो गए जबकि इसमें पहले से भी कई यात्री बिना आरक्षित टिकट सफर कर रहे थे। भीड़ इस तरह भर गई थी कि यात्रियों को सांस लेने में भी दिक्कत होने थी। कोच में सवार 54 वर्षीय सुरेश कनौजिया अपने बेटे और रिश्तेदार के साथ गोरखपुर के मोहान जा रहे थे। पुखरायां के पास उमस के कारण अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने लगी।
बेचैनी हुई और देखते ही देखते उनकी सांसें थम गईं। यात्रियों ने इसकी सूचना ट्रेन में मौजूद आरपीएफ जवानों को दी। जवानों ने कंट्रोल रूम को सूचित किया, जिसके बाद कानपुर सेंट्रल के प्लेटफॉर्म नंबर-6 पर डॉक्टरों की टीम ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। सुरेश के बेटे अक्कू ने बताया कि पिता को कोई गंभीर बीमारी नहीं थी। ट्रेन में भीड़ इतनी थी कि सांस लेना तक मुश्किल हो रहा था। इस वजह से वे लोग जनरल टिकट होने के बावजूद स्लीपर कोच में चढ़ गए थे। यहां भीड़ अधिक थी तो उनकी तबीयत बिगड़ी और हम कुछ कर पाते, उससे पहले ही उनकी मौत हो गई।
वहीं सीपीआरओ एनसीआर शशिकांत का कहना हैकि उन्हें मामले की जानकारी नहीं आई है। पता लगा कर जांच कराएंगे कि दिवंगत यात्री वैध टिकट पर सफर कर रहा था या अनाधिकृत। शव भले ही कानपुर में उतरा हो पर यह पीछे के स्टेशनों की घटना है। इसकी भी जांच कराएंगे।