इटावा में कथावाचक कांड को लेकर बवाल, हाईवे जाम, पुलिस पर पथराव से गाड़ियां क्षतिग्रस्त, फायरिंग
इटावा में कथावाचक कांड को लेकर बवाल हो गया है। भागवताचार्यों पर मुकदमे से गुस्सा फूट पड़ा है। यादव समाज के आक्रोशित युवकों ने इटावा-आगरा हाईवे जाम कर दिया। यहां से कथा वाले गांव जाते समय रोका गया तो पुलिस पर पथराव कर कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त कर दी गईं। भीड़ तितर-बितर करने को हवाई फायरिंग भी की गई।

यूपी के इटावा में गैर ब्राह्मण होने के कारण दुर्व्यवहार का शिकार हुए भागवताचार्यों पर ही मुकदमा दर्ज होने से बवाल हो गया है। इससे अहीर रेजिमेंट की मांग करने वाले यादव समाज के कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा है। नाराज कार्यकर्ताओं ने थाने के सामने नारेबाजी की और हाईवे जाम कर दिया। हाईवे पर पुलिस पहुंची तो ये कार्यकर्ता घटनास्थल वाले दांदरपुर गांव पहुंच गये। गांव के बाहर मौजूद पुलिस ने गांव में जाने से रोका तो इन लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इससे पुलिस की गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी। पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है।
बकेवर के दांदरपुर में भागवत कथा के दौरान यादव और जाटव जाति के आचार्यों से तीन दिन पहले दुर्व्यवहार हुआ था। उनकी चोटी काटने के साथ ही सिर मुंडवा दिया गया था। उन पर यजमान महिला का पेशाब भी छिड़का गया था। महिला के पैर पर नाक रगड़वाई गई थी। इसका वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस एक्शन में आ गई। चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। सपा ने इसे बड़ा मुद्दा बनाया और भागवतार्यों को लखनऊ बुलाकर सम्मानित किया। इससे राजनीतिक गहमागहमी भी बढ़ गई। इसी बीच मामले ने नया मोड़ ले लिया। यजमान महिला ने भागवताचार्यों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाकर केस दर्ज करा दिया।
इस बीच बुधवार की रात जाति छिपाकर कथा करने का आरोप लगाते हुए भागवताचार्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इससे नाराज यादव समाज आक्रोशित हो गया। समाज के तीन सौ से अधिक लोगों ने गुरुवार को बकेवर थाने के सामने नारेबाजी करके कानपुर आगरा हाईवे पर जाम लगा दिया। जाम लगाने की जानकारी पर बकेवर, भरथना, लवेदी, ऊसराहार थाने की पुलिस पहुंची। पुलिस को देखकर कार्यकर्ता भाग निकले।
नारेबाजी करते हुए घटनास्थल दांदरपुर की तरफ चले गए। दांदरपुर से कुछ पहले ही लुधियानी निबाड़ीकला मार्ग पर सीओ अतुल प्रधान पुलिस फोर्स के साथ मौजूद मिले। पुलिस ने इनको गांव के अंदर जाने से रोका तो वे पुलिस से नोंकझोक करने लगे। पुलिस ने जब इनको गांव में जाने नहीं दिया तो कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर ईंट पत्थर फेंकने शुरू कर दिये।
इस दौरान पुलिस अपने को बचाती रही। पत्थर लगने से पुलिस की गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गयीं। कुछ देर में ही भारी पुलिस फोर्स पहुंच गया और बवाल करने वालों को खदेड़ दिया। इस दौरान पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। घटना से दांदरपुर गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। गांव के लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं।