Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़After younger brother elder brother also died of a heart attack there was chaos due to death of two sons in four days

छोटे के बाद बड़े भाई की भी हार्ट अटैक से जान गई, चार दिन के अंतर पर दो बेटों की मौत से कोहराम

लखनऊ के एक परिवार में दर्दनाक घटना हुई है। चार दिन में दो जवान बेटों की मौत हो गई है। दोनों को हार्ट अटैक आया था। पहले छोटे बेटे की जान गई, फिर बड़े बेटे ने दम तोड़ दिया है।

Yogesh Yadav लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाताFri, 13 June 2025 11:24 PM
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छोटे के बाद बड़े भाई की भी हार्ट अटैक से जान गई, चार दिन के अंतर पर दो बेटों की मौत से कोहराम

लखनऊ में सरोजनीनगर तहसील में सोमवार को हार्ट अटैक से 25 वर्षीय अधिवक्ता पवन सिंह की मौत के सदमे से उनके वृद्ध माता-पिता उबर भी नहीं पाए थे कि शुक्रवार को 40 वर्षीय बड़े बेटे मोनू सिंह की भी जान चली गई। बड़े बेटे की भी मौत हार्ट अटैक से हुई है। दो जवान बेटों की मौत से लाल बहादुर, उनकी पत्नी और बहू पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।

बंथरा में हनुमान मंदिर के पास रहने वाले लाल बहादुर सिंह ने बताया कि सुबह पांच बजे एकाएक मोनू के सीने में तेज दर्द उठा। उसके चेहरे पर पसीना आ रहा था। हालत बिगड़ती देख आनन-फानन में पड़ोसियों को बुलाया। उनकी मदद से अस्पताल ले जा रहे थे पर रास्ते में ही बेटे की सांसें थम गईं। पवन की मौत से सन्न परिवार और मोहल्ले में मोनू की मौत से मातम छा गया। दोपहर में मोनू का अंतिम संस्कार उन्नाव के शुक्लागंज में गंगाघाट पर किया गया।

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परिवार का सहारा छिन गया

लाल बहादुर के मुताबिक मोनू मेडिकल स्टोर चलाते थे। अब वही बुढ़ापे का सहारा थे। छोटा बेटा पवन सिंह अधिवक्ता था। वह सरोजनीनगर तहसील में प्रैक्टिस करता था। सोमवार दोपहर एकाएक वह कचहरी में ही गश खाकर गिर पड़ा था। साथी अधिवक्ता उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

अगाध प्रेम था दोनों भाइयों में

लाल बहादुर सिंह ने बताया कि उनके बेटों मोनू और पवन की जोड़ी रिश्तेदारी में राम-लक्ष्मण के नाम से जानी जाती थी। दोनों भाई एक-दूसरे को बहुत चाहते थे। मोनू ने अपने मेडिकल स्टोर का नाम भी पवन मेडिकल रखा था। मोनू की शादी 10-12 साल पहले हुई थी। उसे कोई संतान नहीं थी। पवन की शादी की तैयारी चल रही थी। कई जगह से रिश्ते आ रहे थे। उसकी मां भी बहू के आने से पहले की तैयारी में लगी थी।

भाई की मौत से अवसाद में थे

परिवारीजनों के मुताबिक मोनू, छोटे भाई की मौत के बाद से बेहद डिप्रेशन में थे। वह कहते थे कि पवन की मौत के बाद उनकी उम्मीदें ध्वस्त हो गईं। वह डिप्रेशन की दवाई भी खाते थे। गांव में चर्चा है कि मोनू सुबह टहलने गए थे। लौटने के बाद उन्हें दर्द हुआ, लेकिन परिवारीजनों ने मोनू के मार्निंग वाक पर जाने की बात से इनकार किया है।

सीने में दर्द को नजरअंदाज न करें

सरोजनीनगर में चार दिन के अंतराल में दो सगे भाइयों की अचानक मौत ने सभी को चौंका दिया है। परिवारीजनों का कहना है कि मौत से पहले दोनों को कोई खास समस्या नहीं थी। डॉक्टरों ने मौत की वजह को हार्ट अटैक बताया है। लोहिया संस्थान में कॉर्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. भुवन चन्द्र तिवारी ने बताया कि अचानक हार्ट अटैक से मौत की घटनाएं बढ़ गई हैं। इसका एक कारण दिल को पर्याप्त खून और ऑक्सीजन की आपूर्ति न होना है। जब दिल की धमनियां अवरुद्ध हो जाती हैं तो दिल की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचता है। इससे दिल की धड़कन बाधित हो सकती है, जिससे कार्डियक अरेस्ट की आशंका रहती है। ऐसे में मरीज की मौत हो सकती है। उन्होंने कहा कि कसरत करते समय अचानक भारी वजन उठाने से भी बचना चाहिए।

लक्षण

अचानक हार्ट अटैक के लक्षण अक्सर गंभीर होते हैं। तुरंत चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है। मरीज को सीने में दर्द या दबाव, सांस लेने में कठिनाई, चक्कर आना, बेहोशी, पसीना आना, पेट खराब होना जैसे लक्षण दिखते हैं।

उपाय

स्वस्थ आहार लें, जिसमें फल, सब्जियां, और साबुत अनाज शामिल हों। नियमित रूप से व्यायाम करें। धूम्रपान से तौबा करें। ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को काबू में रखें। वजन नियंत्रित रखें।

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