Shashi Tharoor: कांग्रेस सांसद शशि थरूर को लेकर कांग्रेस नेताओं के तंज बढ़ते जा रहे हैं। कांग्रेस सांसद मणिकम ने थरूर की सोशल मीडिया पोस्ट पर तंज कसते हुए कहा कि आसमान में उड़ना अच्छा है लेकिन आसमान शिकारियों से भरा हुआ है।
शशि थरूर ने एक बार फिर अपने भाषाई कौशल और भारत के रुख को वैश्विक मंच पर मजबूती से रखने की मिसाल पेश की। उन्होंने मॉस्को में एक बैठक के दौरान पाकिस्तान को आतंकवादियों का सुरक्षित पनाहगाह करार दिया।
मीडिया ने जब खरगे से शशि थरूर को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के लिए देश से पहले मोदी हैं। खरगे ने कहा, 'देश हमारे लिए पहले है। कुछ लोगों के लिए मोदी पहले हैं।' वहीं शशि थरूर ने भी अपने ही अंदाज में जवाब दिया है।
कांग्रेस सांसद शशि लेख में थरूर ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऊर्जा, उनका बहुआयामी व्यक्तित्व और संवाद की तत्परता वैश्विक मंच पर भारत के लिए एक अहम पूंजी बनी हुई है, लेकिन इसे अधिक समर्थन की आवश्यकता है।'
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत का पक्ष अलग अलग देशों में रखने के लिए भेजे गए डेलिगेशन का हिस्सा थे। उन्होंने हाल ही में एक लेख के जरिए अनुभवों को साझा किया है। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी की तारीफ भी की है।
केरल कांग्रेस प्रमुख सनी जोसेफ ने कहा कि शशि थरूर का नाम नीलांबुर उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची में था। जोसेफ सांसद के इस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि उन्हें पार्टी के प्रचार के लिए आमंत्रित नहीं किया गया था।
जब पूछा गया कि वह उपचुनाव के लिए प्रचार अभियान का हिस्सा क्यों नहीं थे, तो शशि थरूर ने कहा कि उन्हें इसके लिए आमंत्रित नहीं किया गया था, जबकि पिछले साल वायनाड में हुए उपचुनाव के दौरान आमंत्रित किया जाता रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष आसिम मुनीर से मुलाकात की है। इस दौरान ट्रंप ने मुनीर का शुक्रिया अदा भी किया है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
Shashi Tharoor: दुनिया के तमाम देशों में भारत का डंका बजवाकर लौटे कांग्रेस सांसद शशि थरूर समेत सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने मंगलवार को पीएम मोदी से मुलाकात की। शशि थरूर ने कहा कि इस दौरान सभी ने पीएम को एक सलाह भी दी।
यह प्रतिनिधिमंडल उन सात सर्वदलीय भारतीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक था जिन्हें 33 वैश्विक राजधानियों में भेजा गया था, ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान की आतंकवाद में संलिप्तता के बारे में अवगत कराया जा सके।