Shani Vakri in meen Rashi : चतुर्मास में शनि हो रहे हैं वक्री, शनि अब नवंबर तक वक्री होंगे, कुल मिलाकर 138 दिनों के लिए शनि वक्री हो रहे हैं। यहां जानें शनि का वक्री होना, किन राशियों को लाभ देगा।
Shani Vakri Saturn Retrograde : ज्योतिषशास्त्र में शनिदेव को विशेष स्थान प्राप्त है। शनिदेव सिर्फ अशुभ फल नहीं देते हैं। शनिदेव शुभ फल भी देते हैं। शनिदेव के शुभ होने पर व्यक्ति का जीवन राजा के समान हो जाता है।
Shani Vakri Horoscope : ज्योतिषशास्त्र में शनिदेव को विशेष स्थान प्राप्त है। शनिदेव सिर्फ अशुभ फल नहीं देते हैं। शनिदेव शुभ फल भी देते हैं। शनिदेव के शुभ होने पर व्यक्ति का जीवन राजा के समान हो जाता है।
Shani Jayanti Rashifal : शनि जयंती का समय किन राशियों के लिए भाग्यशाली रहेगा, शनि की कृपा किन राशियों पर रहेगी और शनि किन राशियों पर मेहरबान रहेंगे, यह जानने के लिए पढ़ें-
Vakri Shani: शनि जुलाई में मीन राशि में वक्री होंगे। शनि के वक्री होने से सभी 12 राशियां प्रभावित होंगी। जानें पंडित जी से वक्री शनि का राशियों पर प्रभाव-
शनि का नक्षत्र परिवर्तन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में हो गया है। शनि इसके अलावा वक्री भी हो रहे हैं, शनि के इन परिवर्तन से कई राशियों को लाभ और कई राशियों को नुकसान होगा।
शनि अब 2027 में मेष राशि में जाएंगे। 2027 में शनि दो बार राशि परिवर्तन करेंगे। शनि के इस राशि परिवर्तन से किन राशियों पर शनि का प्रभाव होगा।
Shani Vakri:मीन राशि में आने के बाद अब शनि विपरीत चाल चलेंगे। आपको बता दें कि शनि 29 मार्च 2025 में मीन राशि में आए हैं। ऐसे में शनि 13 जुलाई वक्री हो रहे हैं। शनि 13 जुलाई से 28 नवंबर 2025 तक विपरीत चाल चलेंगे।
ग्रहीय मंत्रिमंडल में अत्यंत प्रभावशाली एवं सबसे मंद गति से चलने वाले शनिदेव का गोचरीय दृष्टिकोण से परिवर्तन बृहस्पति की राशि में हो गया है। आइए जानें किन राशियों के किस भाव में प्रभाव दिखाएंगे शनिदेव
एक राशि में सर्वाधिक काल तक गोचर करने वाले प्रभावशाली ग्रह शनि के गोचर में परिवर्तन 29 मार्च 2025 को दिन शनिवार को हो गया है। शनि अपनी राशि कुंभ से धर्म, आध्यात्मिकता, ज्ञान, बौद्धिकता एवं धार्मिकता आदि के कारक ग्रह बृहस्पति की राशि मीन में प्रवेश कर चुके हैं।