बिहार की राजनीति में परिवारवाद सिर्फ लालू यादव, चिराग पासवान या जीतन राम मांझी तक सीमित नहीं है। राज्य के कोने-कोने में पहले खुद, फिर बीवी या बच्चे और रिश्तेदारों को सांसद-विधायक बनाने वाले नेता फैले हुए हैं।
राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने जदयू में नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी के सवाल पर कहा है कि पहले पार्टी रहेगी तब तो।
प्रशांत किशोर ने कहा कि जिस हालत में वो खुद हैं। उनके और उनके परिवार पर परिवारवाद का आरोप लगता है। तो ऐसे में तेजस्वी यादव जैसे लोग चाहते हैं कि अगर नीतीश कुमार का लड़का राजनीति में आ जाए तो हमको यह कहने को हो जाएगा कि सभी के बच्चे हैं। हमाम में सब नंगे हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि संजय झा ने अपने बच्चे को फिक्स कर दिया। अशोक चौधरी ने अपने बच्चे को फिक्स कर दिया। निशांत कुमार राजनीति में आना चाहते हैं तो यही भूंजा पार्टी वाले असहज महसूस कर रहे हैं। साजिश के चलते निशांत को नहीं आने देना चाहते हैं।
जेडीयू सांसद ने आगे कहा कि हमारे लिए तो अच्छा होगा कि वो (निशांत कुमार) आकर चुनाव लड़ें। खासकर उनके चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर है। हमारी शुभकामना होगी कि वो चुनाव लड़ें। उनमें हर क्षमता है। कम बोलना, और लोगों का वो आदर करना जानते हैं।
सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने मोदी सरकार के जाति जनगणना के फैसले को बेहतरीन बताया है। उन्होने कहा केंद्र सरकार का ये अच्छा निर्णय है। पिता जी (नीतीश कुमार) शुरू से ही इसके पक्षधर रहे हैं। उन्होने 2022 में कैबिनेट से इस प्रस्ताव को पारित करवाया था।
अब जनता दल यूनाइटेड के एक विधायक ने निशांत को लेकर बड़ा दावा किया है। जदयू विधायक गोपाल मंडल (JDU MLA Gopal Mandal) ने दावा किया है कि निशांत को राजनीति में वो ही लेकर आए हैं। गोपाल मंडल ने कहा कि अगर निशांत जदयू में नहीं आए तो जेडीयू खत्म हो जाएगा।
नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि मेरे पिता स्वस्थ हैं और वो अगले पांच साल तक राज्य का नेतृत्व करने में सक्षम हैं। वहीं एक सवाल के जवाब में तेजस्वी यादव को छोटा भाई बताया।
नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने दावा किया है कि एनडीए में सीएम फेस को लेकर कोई कन्फ्यूजन नहीं है। पिता जी ही अगले मुख्यमंत्री होंगे। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सेहत को लेकर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए उन्होने कहा कि पिता जी की सेहत 100 फीसदी ठीक है।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले हर तरफ चल रही उठापटक के बीच भाजपा के बुजुर्ग नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे को जेडीयू अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में देश का डिप्टी पीएम नजर आने लगा है।