बसपा सुप्रीमो मयावाती ने कहा है कि कांग्रेस और भाजपा ने संविधान पर कभी अमल नहीं किया। दोनों पार्टियों ने अपने हिसाब से संविधान में गैर जरूरी बदलाव किए हैं। संविधान के साथ छेड़छाड़ होने पर बसपा सड़क पर उतरेगी।
बसपा प्रमुख मायावती ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश में सत्ता में रहने के दौरान छत्रपति शाहूजी महाराज चिकित्सा विश्वविद्यालय का नाम बार-बार बदलकर किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय करने के लिए समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भतीजे आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ के करीबियों पर एक बार फिर एक्शन लिया है। उनके यहां शादी में जाने वालों और अब भी संपर्क में रहने वालों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बसपा एक ही पार्टी है जो अंबेडकरवादी है। आज बसपा को कमजोर करने की कोशिशें हो रही हैं। उत्तर प्रदेश में दलितों और पिछड़ों के वोटों को बांटने की कोशिश हो रही है। उन्होंने दलितों-पिछड़ों को स्वार्थी और अवसरवादी नेताओं और पार्टियों से सावधान किया।
नाबालिग बच्ची का रेप और इलाज में लापरवाही से हुई मौत पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने बिहार में कानून एवं स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
आकाश आनंद को लेकर मायावती पर निशाना साधने के बाद बसपा प्रमुख ने सांसद चंद्रशेखर आजाद को बरसाती मेंढक कह दिया। इस पर चंद्रशेखर ने पलटवार किया है। पूछा कि मायावती की क्या मजबूरी है कि इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है।
लखनऊ में पहुंचे आजाद समाज पार्टी के मुखिया व नगीना के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने कहा, मुर्दा लोग मिशन नहीं चलाते और जिंदा मिशन को छोड़ते नहीं। इस दौरान उन्होंने आकाश आनंद को लेकर भी बड़ी बात कही।
मयावती ने आवास ऐसे समय पर बदला है, जब लोकसभा चुनाव 2024 में बेहद खराब प्रदर्शन के बाद बसपा का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा सवालों में घिरा हुआ है। उन्हें टाइप 7, 35 लोधी एस्टेट बंगला आवंटित किया गया था।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने विधानसभा चुनाव 2027 को देखते हुए संगठन को नए सिरे से खड़ा करने का निर्देश दिया है। इसके लिए विधानसभा और बूथवार संगठन को मजबूत किया जा रहा है। सदस्यों की संख्या बढ़ाई जा रही है। इसके लिए 6 महीने का विशेष अभियान चलाया जाना है।
यूपी में मदरसों पर हो रहे एक्शन पर मायावती ने नाराजगी जताई है। साथ ही सरकारी स्कूलों में बच्चों की घटना संख्या को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की है। मायावती ने कहा कि स्कूलों को बंद करने के बजाय, शिक्षा को प्रोत्साहन देना जरूरी है।