ग्रेटर नोएडा के पाली गांव और अयोटा सेक्टर के पास निर्माणाधीन 5 किलोमीटर लंबे पेरिफेरल रोड का काम तेज हो गया है। इसके अगले साल बनकर तैयार होने की उम्मीद है। इसके बबने सेक्टर के साथ ही पाली सहित आसपास के कई गांवों को भी फायदा मिलेगा।
गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा के मकनपुर खादर और परगना गांव में भूमाफिया से ग्राम सभा की 2240 बीघा जमीन कब्जा मुक्त कराई। भूमाफिया जमीन पर कॉलोनी काट रहे थे। जमीन की अनुमानित कीमत 400 करोड़ रुपये बताई गई है।
अधिसूचित क्षेत्र में अवैध निर्माण को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अब और सख्त हो गया है। अधिग्रहीत जमीन पर हुए अवैध निर्माण को अब बिना नोटिस ध्वस्त किया जाएगा। प्राधिकरण, पुलिस और प्रशासन ने मिलकर कार्रवाई करने का खाका तैयार किया है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाले मायचा और घरबरा समेत 8 गांवों को स्मार्ट विलेज के रूप में संवारा गया है। यहां विकास कार्यों पर 70 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। वहीं 15 और गांवों को सेक्टर की तर्ज पर संवारने का काम चल रहा है।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने पतवाड़ी गांव के पास बने सेक्टर-2 में 10 हजार वर्गमीटर जमीन पर हुए अवैध निर्माण पर सोमवार को बुलडोजर चला दिया। टीम ने अवैध निर्माण ढहाकर 10 आवंटियों को प्लॉट दिला दिए। यहां कब्जा मुक्त जमीन की कीमत 100 करोड़ रुपये आंकी गई है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में शाहबेरी एलिवेटेड रोड की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) तैयार करेगा। सड़क का निर्माण भी एनएचएआई से कराया जाएगा। इस पर आने वाले खर्च की रकम ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने जारी कर दी है।
ग्रेटर नोएडा में एलजी चौक से शारदा गोलचक्कर तक लगभग एक किलोमीटर हिस्से में अधूरी पड़ी सड़क का काम पूरा करने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण विवादित जमीन में से 19.8 हेक्टेयर का अब अनिवार्य अधिग्रहण करेगा। जिला प्रशासन ने इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है।
ग्रेटर नोएडा से गाजियाबाद तक सफर करने वालों के लिए बड़ी राहत भरी खबर है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट में शाहबेरी रोड को चौड़ा करने का काम अब पूरा हो गया है। लोगों ने शुक्रवार से इस पर आवाजाही भी शुरू कर दी है।
ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी रोड को चौड़ा करने का काम पूरा होने में अभी दो हफ्ते और लग सकते हैं। सड़क के साथ ड्रेनेज का निर्माण किए जाने की वजह से समय लग रहा है। हालांकि, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ ने दो हफ्ते से कम समय में काम पूरा करने का टारगेट दिया है।
पशु प्रेमी आवारा कुत्तों को सोसाइटी के मेन गेट, सीढ़ियों, खेल मैदान के पास सहित सार्वजनिक स्थानों पर खाना नहीं खिला सकेंगे। इसके साथ ही कुत्तों को खाना खिलाने का समय भी निश्चित करना होगा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इस संबंध में एक कार्यालय आदेश जारी किया है।