बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले निर्वाचन आयोग राज्य में मतदाताओं का विशेष गहन पुनरीक्षण कर रहा है। कल (रविवार से) घर-घर जाकर मतदाताओं को फॉर्म बांटे जाएंगे। इस फॉर्म के साथ जरूरी दस्तावेज आयोग को जमा कराने होंगे। इसके आधार पर वोटर लिस्ट में नामों को काटा और जोड़ा जाएगा।
वोटर लिस्ट संशोधन में मतदाता बनने या राज्य के बाहर से आने वाले आवेदकों को यह शपथ-पत्र देना होगा कि उनका जन्म एक जुलाई, 1987 से पहले भारत में हुआ था और जन्म तिथि और/या जन्म स्थान को प्रमाणित करने वाला कोई भी दस्तावेज़ देना होगा।
तेजस्वी यादव ने कहा है कि मतदाता पुनरीक्षण में जिन कागजातों की मांग की जा रही है उन्हें जुटाने में गरीब तबके के लोग परेशान हो जाएंगे। यह एक साजिश है।
भाजपा का कहना है कि वोटर लिस्ट को तैयार करने और उसमें संशोधन आदि के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भी मदद लेनी चाहिए। इसके अलावा सिर्फ जिला निर्वाचन अधिकारी और मतदाता पंजीयन अधिकारी के अलावा कुछ प्रोफेशनल्स को भी वोटर लिस्ट के काम में शामिल करना चाहिए।
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाताओं का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) किया जा रहा है। इसमें वोटर्स का घर-घर जाकर सत्यापन हो रहा है। मतदाताओं को अपनी पहचान सत्यापित करने के लिए वैध दस्तावेज दिखाने होंगे।
ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि आयोग की नई मतदाता सूची संशोधन प्रक्रिया देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए खतरे की घंटी है। उन्होंने आशंका जताई कि यह प्रक्रिया NRC की ओर एक अप्रत्यक्ष कदम हो सकता है।
छात्र युवा संसद में तेजस्वी यादव ने कहा कि एक बार मौका दीजिए, जो काम बीस साल में नहीं हुआ वह बीस माह में करके दिखाएंगे।
Bihar Assembly Elections: गुरुवार को पटना में बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद कुमार गुंजियाल, सभी प्रमंडलों के आयुक्त एवं सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम के साथ बैठक होगी।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुकेश सहनी की वीआईपी को दोबारा नाव सिंबल मिल गया है। वहीं, उपेंद्र कुशवारा की रालोमो और प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी का पुराना चुनाव चिह्न कायम रखा गया है।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान इस साल छठ पूजा 2025 के बाद कराया जा सकता है। भारत निर्वाचन आयोग (ECI) लगभग 22 सालों के बाद बिहार में वोटर लिस्ट का गहन पुनरीक्षण कर रहा है। फाइनल वोटर लिस्ट 30 सितंबर को जारी होगी, जिसके बाद ही चुनाव की तारीखों का ऐलान होगा।