मंदिर समिति के सचिव अर्जुन रॉय ने बताया कि पिछले साल उन्होंने रेलवे अधिकारियों से दुर्गा पूजा मनाने और अस्थायी रूप से पूजा के लिए जगह का उपयोग करने की अनुमति ली थी। लेकिन अधिकारियों ने बिना कोई पूर्व सूचना दिए आज सब कुछ ध्वस्त कर दिया।
Bangladesh: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में दुर्गा माता मंदिर तोड़े जाने की विदेश मंत्रालय ने आलोचना की है। मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि यह घटना यूनुस सरकार की अक्षमता को प्रदर्शित करती है। उन्होंने मंदिर को सुरक्षा देने की जगह उसे तोड़ने की अनुमति दी।
यूनुस और तारिक की लंदन बैठक ने बांग्लादेश की राजनीति में नई उम्मीद जगाई है। फरवरी 2026 में संभावित चुनाव देश को एक निर्वाचित सरकार की ओर ले जा सकते हैं।
ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर ने बांग्लादेश के अंतरिम मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस से मुलाकात करने से इनकार किया, जो शेख हसीना के शासन द्वारा हड़पे गए अरबों डॉलर की वसूली के लिए समर्थन मांग रहे थे।
पिछले साल पांच अगस्त को छात्रों के नेतृत्व में हुए बड़े पैमाने पर आंदोलन के बाद अपदस्थ की गईं हसीना के खिलाफ बांग्लादेश में कई मामले दर्ज किए गए हैं। यूनुस 10 से 13 जून तक ब्रिटेन की यात्रा पर हैं।
मोहम्मद यूनुस ने हाल ही में यह ऐलान किया है देश में अप्रैल 2026 तक चुनाव कराए जाएंगे। हालांकि उनके इस फैसले से खालिदा जिया की पार्टी BNP बिल्कुल खुश नहीं है। इस बीच लंदन पहुंचे यूनुस का जोरदार विरोध हुआ है।
Bangladesh Elections: नोबेल शांति पुरस्कार विजेता 84 वर्षीय यूनुस ने कहा कि मैं देश के नागरिकों को यह घोषणा कर रहा हूं कि चुनाव अप्रैल 2026 के पहले पखवाड़े में किसी भी दिन होंगे। यूनुस कार्यवाहक सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं।
बांग्लादेश ने नए 20 टका के नोट पर दीनाजपुर के हिंदू मंदिर की तस्वीर शामिल की है, जो 2015 में आतंकी हमले का शिकार हुआ था। अंतरिम सरकार ने शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर हटा दी।
भारत से लेकर बांग्लादेश तक की मीडिया में यही चर्चा थी कि वह कोलकाता उतरेंगी, लेकिन दिल्ली पहुंचकर उन्होंने साबित कर दिया कि पूरी प्लानिंग के साथ वह ढाका से निकली हैं। वह तब से अब तक भारत में ही रह रही हैं। अब उनकी बांग्लादेश से गाजियाबाद तक की यात्रा पर बांग्लादेश की मीडिया में छपा है।
पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने इससे पहले मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार पर दबाव बढ़ाते हुए पिछले दिनों एक विशाल रैली निकाली थी और दिसंबर तक चुनाव कराने की मांग की थी। सभी दलों ने इस पर सहमति जताई।