हिमंत ने संविधान से समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष शब्द हटाने की मांग की
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि समाजवादी और पंथनिरपेक्ष शब्दों को संविधान से हटा देना चाहिए। उन्होंने बताया कि ये शब्द इंदिरा गांधी के समय में शामिल किए गए थे और भारतीय संस्कृति में इनका...

गुवाहाटी, एजेंसी। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को दावा किया कि समाजवादी और पंथनिरपेक्ष पश्चिमी अवधारणाएं हैं। इन शब्दों को संविधान से हटा दिया जाना चाहिए। सरमा ने कहा कि इन शब्दों को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने संविधान की प्रस्तावना में शामिल किया था। इनका भारतीय सभ्यता में कोई स्थान नहीं है। सरमा ने कहा, मैं पंथनिरपेक्ष कैसे हो सकता हूं? मैं कट्टर हिंदू हूं। मुसलमान व्यक्ति कट्टर मुसलमान होता है। वह पंथनिरपेक्ष कैसे हो सकता है? मुख्यमंत्री असम में ‘द इमरजेंसी डायरीज: इयर्स दैट फोर्ज्ड ए लीडर नामक पुस्तक के विमोचन के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
यह पुस्तक (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी (जो उस समय आरएसएस के युवा प्रचारक थे) के साथ काम करने वाले सहयोगियों के अनुभवों और अन्य अभिलेखीय सामग्रियों पर आधारित है।
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