सेना की वर्दी पहन ली, चश्मा लगा लिया, हाथ में हैलमेट- 'प्रधानमंत्री के नसों में नौटंकी बह रही'- आप
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पीएम मोदी द्वारा दिए गए बयान के बाद सवाल करते हुए मीडिया में टिप्पणी की है। संजय सिंह ने कहा- प्रधानमंत्री अब ऑपरेशन सिंदूर को बेच रहे हैं, वह इसके नाम पर वोट मांग रहे हैं। मैं तो कहूँगा कि उनकी नसों में नौटंकी बह रही है।

भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद से देश की सत्ताधारी सरकार और विरोधी पार्टियां लगातार बयानबाजियां कर रही हैं। ये बयान सरकार और सेना का समर्थन करने के साथ-साथ केंद्रीय नेतृत्व पर सवाल करने से जुड़े भी हैं। इधर आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पीएम मोदी द्वारा दिए गए बयान के बाद सवाल करते हुए मीडिया में टिप्पणी की है। संजय सिंह ने कहा- प्रधानमंत्री अब ऑपरेशन सिंदूर को बेच रहे हैं, वह इसके नाम पर वोट मांग रहे हैं। मैं तो कहूँगा कि उनकी नसों में नौटंकी बह रही है।
दरअसल पीएम मोदी ने राजस्थान के बीकानेर में दिए अपने भाषण में कहा था- मोदी का दिमाग ठंडा रहता है, लेकिन मोदी का लहू गर्म होता है। अब तो मोदी की नसों में लहू नहीं गर्म सिंदूर बह रहा है। इसी बयान पर भी विपक्षी दल के नेता मोदी समेत भाजपा के घेरने में लगे हुए हैं। सांसद संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री सिंदूर की मार्केटिंग कर रहे हैं। वो सिन्दूर के सेल्समेन बन गए हैं। वो सिंदूर का सौदा कर रहे हैं और इसके नाम पर वोट लेना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री ने अभी एक रैली में कहा कि उनकी नसों में गर्म सिंदूर बह रहा है। मैं तो कह रहा हूं कि प्रधानमत्री की नसों में उनके शरीर में नौटंकी बह रही है। इसके अलावा कुछ नहीं बह रहा है। सांसद ने सवाल करते हुए कहा कि पीएम मोदी जी आपने तो कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है और हमारी बहनों के जिनके माथे के सिंदूर उजाड़े गए वो चार खूंखार आतंकी कहां हैं। अब तक तो कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
संजय सिंह बोले, आपने सेना की वर्दी आपने पहन ली है। चश्मा लगा लिया है। हाथ में हैलमेट लिया है, क्या हैं आप, ब्रिगेडियर हैं, कर्नल हैं, सेना अध्यक्ष हैं क्या हैं आप? आप केवल सिंदूर की मार्केटिंग कर रहे हैं। एक फिल्म आई थी, दिलीप कुमार की सौदागर। प्रधानमंत्री जी ने नई फिल्म रिलीज की है- सिंदूर के सौदागर।
संजय सिंह ने संसदीय सत्र के बैठक फिर से सर्वदलीय बैठक करने पर कहा- पीएम मोदी सउदी अरब से यात्रा छोड़कर आने के बाद सर्वदलीय बैठक में शामिल ना होकर बिहार की चुनावी रैली में शामिल होते हैं, फिल्मी सितारों को संबोधित करने जाते हैं। आंध्र प्रदेश और केरल में मंचों पर हंसी-मजाक करते हुए देखे जाते हैं। उस प्रधानमंत्री से उम्मीद करना कि फिर से सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे। सत्र बुलाएंगे संसद का, मुझे नहीं लगता कि ऐसा कुछ होने वाला है। हम लोग गलतफहमी में हैं, वो ऐसा कुछ नहीं करेंगे।