मुर्शिदाबाद में दिखी सरकार की ‘निर्ममता’, बंगाल में पीएम मोदी का ममता बनर्जी पर बड़ा अटैक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार में ममता बनर्जी की सरकार पर जमकर निशाना साधा है। पीएम मोदी ने कहा है कि बीते महीने बंगाल के मुर्शिदाबाद और मालदा में जो हिंसा हुई वह बंगाल सरकार की नाकामी को दर्शाती है।

PM Modi attacks Mamata Banerjee: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा अटैक करते हुए हुए मुर्शिदाबाद और मालदा में हुई हिंसा को तृणमूल कांग्रेस की सरकार की क्रूरता का प्रतीक बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने ममता बनर्जी के नाम से जुड़ा तंज कसते हुए कहा है कि मुर्शिदाबाद और मालदा में जो कुछ भी हुआ वह सरकार की ‘निर्ममता’ का उदाहरण है। बता दें कि पीएम मोदी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार जिले में 1,010 करोड़ रुपये की सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) परियोजना की आधारशिला रखी है।
पीएम मोदी ने इस दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए तृणमूल सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने कहा है कि आज के दौर में बंगाल कई समस्याओं से जूझ रहा है, लेकिन सरकार इन सब को दूर करने में पूरी तरह विफल रही है। पीएम मोदी ने रैली के दौरान कहा, “आज पश्चिम बंगाल एक साथ कई संकटों से घिरा हुआ है। पहला संकट समाज में फैली हिंसा और अराजकता है। दूसरा संकट माताओं-बहनों की असुरक्षा का है, उन पर हो रहे जघन्य अपराधों का है।”
सरकार की ‘निर्ममता’
पीएम मोदी ने आगे कहा कि मौजूदा समय में बंगाल के नौजवानों में घोर निराशा फैल रही है, और राज्य में तीसरा संकट बेतहाशा बेरोजगारी का है। उन्होंने आगे कहा राज्य में घनघोर करप्शन फैल चुका है और राज्य सरकार पर लोगों का विश्वास लगातार कम होता जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा, “पांचवा संकट गरीबों का हक छीनने वाली सत्ताधारी पार्टी की स्वार्थी राजनीति का है। यहां मुर्शिदाबाद में जो कुछ हुआ, मालदा में जो कुछ हुआ,वह यहां की सरकार की निर्ममता का उदाहरण है।
पीएम मोदी ने तुष्टीकरण की राजनीति का लगाया आरोप
पीएम मोदी ने कहा कि दंगों में गरीब माता-बहनों की जीवन भर की पूंजी रख कर दी गई। उन्होंने कहा, “तुष्टीकरण के नाम पर गुंडागर्दी को खुली छूट दे दी गई। जब सरकार चलाने वाली पार्टी के लोग, विधायक, कॉरपोरेटर ही लोगों के घरों को चिन्हित करके जलाते हैं और पुलिस तमाशा देखती हैं तो उस भयावह स्थिति की कल्पना की जा सकती है।”
मुर्शिदाबाद हिंसा में सैकड़ों लोग हुए था बेघर
बता दें कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बीते अप्रैल माह में वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के खिलाफ प्रदर्शनों के बीच भीषण हिंसा फैल गई थी। मुर्शिदाबाद में मुस्लिम बहुल इलाकों में हुई झड़पों में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई थी, वहीं सैकड़ो लोग बेघर हो गए थे। दंगों के पीड़ित लोगों ने मालदा के राहत शिविरों में अस्थाई शरण ली थी।