शशि थरूर बाज तो बिलावल भुट्टो नकलची बंदर... पाक पत्रकार से अपनी तारीफ सुन कांग्रेस नेता का जवाब
पाकिस्तानी पत्रकार ने अपने वीडियो में शशि थरूर की जमकर तारीफ करते हुए उन्हें बाज की संज्ञा दी। वहीं अपने विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो को नकलची बंदर कह दिया। मामला सांसदों के विदेश दौरे से जुड़ा है।

ऑपरेशन सिंदूर में जिस तरह भारतीय सेना ने पाकिस्तान और आतंकवाद के सांठगांठ की पोल खोली है। पाकिस्तान पूरी दुनिया में बेनकाब हो चुका है। अब ऑपरेशन सिंदूर को आगे बढ़ाते हुए सरकार के निर्देश पर सांसदों का डेलिगेशन 32 देशों में घूम-घूमकर पाक की पोल खोलेगा। सांसदों के इस प्रतिनिधिमंडल में सबसे ज्यादा चर्चा कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की हो रही है। थरूर के नेतृत्व में सांसदों का डेलिगेशन अमेरिका जाएगा। पाकिस्तानी पत्रकार भी थरूर की काबलियत के गुण गा रहे हैं और अपने नेताओं को कोस रहे हैं। हाल ही में इसकी बानगी नजर आई।
बिलावल नकलची बंद
पाकिस्तानी पत्रकार और यूट्यूबर मुईद पिरज़ादा ने एक वीडियो में शशि थरूर की विदेश नीति में विशेषज्ञता की सराहना की और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो ज़रदारी की आलोचना की। दरअसल, बिलावल के नेतृत्व में पाक प्रतिनिधिमंडल भी विदेश दौरा कर रहा है। मुईद ने थरूर को 'विदेश नीति का बाज़' बताया, जो संयुक्त राष्ट्र में काम कर चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय मीडिया से परिचित हैं। इसके विपरीत, उन्होंने बिलावल भुट्टो को 'नकलची बंदर' कहते हुए उनकी विदेश नीति में अनुभवहीनता पर सवाल उठाया।
पाक पत्रकार ने की जमकर तारीफ
वीडियो कॉल के ज़रिए पिरज़ादा ने कहा कि शशि थरूर एक "सेल्फ-मेड" नेता हैं, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र में 30 साल तक काम किया है और विदेश नीति में उनका अनुभव बेमिसाल है। वहीं बिलावल पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “वो तो बस खानदान की विरासत हैं, खुद कुछ करके नहीं आए।”
थरूर का जवाब
पाक पत्रकार के इस बयान पर शशि थरूर ने भी जवाब देने में देर नहीं की। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "मैं किसी की तुलना में विश्वास नहीं करता, लेकिन अगर मेरी पेशेवर यात्रा को सराहा गया है, तो ये मेरे लिए गर्व की बात है। भारत की छवि और सच्चाई को दुनिया के सामने रखने के लिए मैं प्रतिबद्ध हूं।"
भारत का मिशन- पाक की पोल खोलना
दरअसल, भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद 32 देशों और यूरोपीय संघ में 59 सांसदों और पूर्व राजनयिकों को भेजने का फैसला लिया है, जो भारत का पक्ष दुनिया के सामने रखेंगे। इस दल में कांग्रेस नेता शशि थरूर की अहम भूमिका होगी। उधर, भारत के इस कदम की नकल करते हुए पाकिस्तान ने भी बिलावल भुट्टो ज़रदारी को शांति मिशन पर भेजने का ऐलान किया है। खुद बिलावल ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा, "प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने मुझसे पाकिस्तान का पक्ष रखने को कहा है, और मैं इस जिम्मेदारी को सम्मान के साथ स्वीकार करता हूं।"
लेकिन मुईद पिरज़ादा ने साफ कहा कि थरूर जैसे अनुभवी नेता और बिलावल जैसे वंशवादी राजनेता की तुलना ही बेमानी है। उनके मुताबिक थरूर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के लिए प्रभावशाली आवाज बन सकते हैं, जबकि बिलावल को अभी बहुत कुछ सीखना बाकी है।