'काटने के निशान, नाखूनों के खरोंच और...', कोलकाता गैंगरेप पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट भयावह
टीएमसी ने कहा, ‘यह त्रासदी एक बार फिर यौन अपराधों के खिलाफ अपराजिता बलात्कार निरोधक विधेयक को लागू करने की तत्काल आवश्यकता को दिखाती है जिसमें त्वरित जांच, तुरंत सुनवाई और कठोर दंड की जरूरत पर बल दिया गया है।’

कोलकाता के साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज की फर्स्ट ईयर की छात्रा से गैंगरेप के मामले में मेडिकल जांच ने पीड़िता के दावों की पुष्टि की है। जांच में पीड़िता के शरीर पर जबरन एंट्री, काटने के निशान और नाखूनों के खरोंच के सबूत मिले हैं। यह घटना 25 जून को कॉलेज कैंपस में हुई, जिसमें एक पूर्व छात्र और 2 सीनियर छात्रों पर गैंगरेप का आरोप है। पुलिस ने मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा सहित तीनों आरोपियों को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया।
मेडिकल जांच के बाद एक अधिकारी ने बताया कि पीड़िता की शिकायत कस्बा पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। जांच के दौरान इसी तरह के सबूत मिले हैं। अधिकारी ने कहा कि आरोपी मिश्रा खुद आपराधिक मामलों का वकील है। उसने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया, जबकि अन्य दो आरोपियों ने कमरे के बाहर पहरा दिया। मुख्य पुलिस अभियोजक सौरिन घोषाल ने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवाला देते हुए कहा कि गैंगरेप के मामले में सभी शामिल व्यक्तियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा, भले ही सभी ने दुष्कर्म न किया हो।
मामले को लेकर राज्य में गरमाई राजनीति
गैंगरेप के इस मामले ने पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर हंगामा मचा दिया है। इससे तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच राजनीतिक विवाद भी शुरू हो गया है। टीएमसी की ओर से मंत्री शशि पांजा ने कहा कि पुलिस ने शिकायत के 12 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले में न्याय होगा और आगे की जांच जारी है। वहीं, भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने दावा किया कि सामूहिक दुष्कर्म की घटना यह दर्शाती है कि राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में छात्राएं सुरक्षित नहीं हैं।
भाजपा ने टीएमसी सरकार पर साधा निशाना
सुकांत मजूमदार ने कहा कि यह घटना पिछले साल आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना के बाद हुई है। आरजी कर अस्पताल की घटना के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हुए थे। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री मजूमदार ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पुलिस विभाग का काम संभालने के बावजूद राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। उन्होंने कहा कि कोलकाता के एक विधि महाविद्यालय में छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना हुई। इससे यह साबित होता है कि राज्य में शैक्षणिक संस्थानों में छात्राएं सुरक्षित नहीं हैं।