'ऑपरेशन सिंदूर' पर फुल सपोर्ट लेकिन..; कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम की केंद्र सरकार से मांग
Operation Sindoor update: कांग्रेस सांसद कार्ती चिदंबरम ने ऑपरेशन सिंदूर पर केंद्र सरकार को अपना फुल सपोर्ट दिया है लेकिन इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को संसद का एक संक्षिप्त सत्र बुलाना चाहिए और सदन के जरिए राष्ट्र को जानकारी देनी चाहिए।

Karti Chidambaram: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। विपक्षी पार्टियों की तरफ से लगातार संसद के विशेष सत्र की मांग की जा रही है। इसी सिलसिले में कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने केंद्र सरकार से संसद सत्र बुलाने की मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने सरकार को ऑपरेशन सिंदूर पर भी अपना पूर्ण समर्थन दिया।
एएनआई से बात करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा, "हम ऑपरेशन सिंदूर का बिना किसी शर्त के पूर्ण समर्थन करते हैं। लेकिन सरकार का भी यह दायित्व है कि वह संसद का एक छोटा सत्र बुलाए और पहलगाम हमले और उसके बाद की घटनाओं के बारे में सदन के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करे। हालांकि मैं यह समझता हूं कि सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सारी जानकारी पटल पर नहीं रखी जा सकती.. लेकिन कम से कम कुछ जानकारी तो उपलब्ध कराई जा सकती है। दो दिन के सत्र में प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री आएं और अपनी बात रखें।"
उन्होंने कहा, "सरकार को इस बारे में भी जानकारी देनी चाहिए कि आखिर पहलगाम में सुरक्षा चूक कैसे हुई। इस मामले में यह आवश्यक है कि सरकार सदन में आकर बयान दे।
आपको बता दें कि इससे पहले लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी संसद सत्र की मांग कर चुके हैं। हालांकि सरकार की तरफ से अभी तक इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाकर सभी पार्टियों को आगे की योजना की हलकी झलक दी थी। इस पर सभी विपक्षी पार्टियों ने सरकार को पूरा समर्थन दिया था। इसके बाद 7 मई की दरमियानी रात भारत की तरफ से पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में उपस्थित आतंकी कैंपों पर गोले बरसाए गए, जिसमें कई आतंकी मारे गए। इस ऐक्शन को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया।
इस हमले से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के आम निवासियों को निशाना बनाते हुए मिसाइलें और ड्रोन्स छोड़े, जिन्हें भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने हवा में ही मार गिराया। इसके बाद भारत ने पलटवार करते हुए पाकिस्तान के कई एयरबेसों को काफी नुकसान पहुंचाया। इसके बाद दोनों देशों के बीच में सीजफायर हो गया।